ग्राम सचिव की जांच शुरू, भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, सीडीओ ने एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी।
अयोध्या।
अयोध्या जिले के मिल्कीपुर में ग्राम सचिव और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के बीच आरोप-प्रत्यारोप के मामले की जांच के लिए मुख्य विकास अधिकारी अयोध्या ने तीन सदस्यीय टीम गठित की है। इस टीम में उपयुक्त श्रम रोजगार, जिला समाज कल्याण अधिकारी और खंड विकास अधिकारी माया बाजार शामिल हैं। टीम को 7 दिनों के भीतर घटना की जांच करके अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक बीते 23 नवंबर को ग्राम पंचायत अधिकारी सूरज सिंह पलिया कुचेरा ने प्रधान पति विजय सिंह पर मनरेगा कार्य को लेकर फर्जी भुगतान करने से मना कर दिया था। उसी को लेकर ग्राम सचिव और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के बीच विवाद हो गया था। जिसको लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी ने थाना इनायत नगर में गंभीर आरोप लगाते हुए प्रधान प्रतिनिधि के ऊपर केस दर्ज करने का दबाव बनाने लगे विवाद को लेकर प्रधान प्रतिनिधि के ऊपर कार्रवाई न होने पर ग्राम सचिव संघ धरने पर बैठते हुए सरकारी कार्य का बहिष्कार कर दिया।
मिल्कीपुर उपचुनाव को देखते हुए इस गंभीर प्रकरण को निपटाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी के के सिंह ने 3 सदस्यीय टीम गठित कर ग्राम पंचायत पलिया जगमोहन में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी सूरज सिंह व प्रधान प्रतिनिधि विजय सिंह तथा उनके साथियों के बीच मनरेगा परियोजना के अंतर्गत तेज बहादुर के खेत से प्रतिहार बाग तक चक मार्ग निर्माण कार्य के भुगतान के विवाद को लेकर जांच हेतु तीन सदस्य टीम गठित की गई है।
जिसमें उपयुक्त श्रम रोजगार सविता सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी रणविजय सिंह व खंड विकास अधिकारी माया बाजार अनुराग सिंह को प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत रखते हुए घटना की जांच करके अपनी स्पष्ट आख्या 7 दिन के अंदर अधोहस्ताक्षरी के समझ प्रस्तुत करने का दिशा निर्देश दिया है।