images 5 1 - श्रीरामनवमी पर होगा श्रीरामलला का सूर्य तिलक, रात में 11 बजे तक होंगे दर्शन।

श्रीरामनवमी पर होगा श्रीरामलला का सूर्य तिलक, रात में 11 बजे तक होंगे दर्शन।

अयोध्या उत्तर प्रदेश

श्रीरामनवमी पर होगा श्रीरामलला का सूर्य तिलक, रात में 11 बजे तक होंगे दर्शन।

images 4 2 - श्रीरामनवमी पर होगा श्रीरामलला का सूर्य तिलक, रात में 11 बजे तक होंगे दर्शन।

अयोध्या।

अयोध्या श्रीरामनगरी में श्रीरामनवमी को लेकर राम मंदिर में कई आयोजन होंगे। सबसे खास होगा राम नवमी पर भगवान राम का सूर्य तिलक, भगवान राम के सूर्य तिलक पर, राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि, हमने रामनवमी पर यहां आने वाले सभी भक्तों के लिए भगवान राम के दर्शन की सुविधा सुनिश्चित की है। हम अभ्यास कर रहे हैं कि सूर्य की किरणें दोपहर 12.16 बजे 5 मिनट के लिए भगवान के माथे पर पड़े। हम इसके लिए महत्वपूर्ण तकनीकी व्यवस्था कर रहे हैं और इसे सफल बनाने के लिए ट्रस्ट और वैज्ञानिक मिलकर काम कर रहे हैं। निर्माण कार्य चल रहा है और हम आश्वस्त हैं दिसंबर 2024 तक निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।

श्रीरामनवमी को लेकर राम मंदिर ट्रस्ट ने पूरी गाइडलाइंस जारी की है। श्रीरामलला के वस्त्र बदलना और भोग लगाना यह सब चलते रहेंगे और साथ ही श्रीरामलला के दर्शन भी चलते रहेंगे।

लोकाचार है कि भगवान का भोग एकांत में होना चाहिए। वस्त्र पहनने का काम दो-चार मिनट के लिए होगा, भोग लगाने के लिए वस्त्र पहनाने के लिए, अधो वस्त्र पहनाने तक के लिए पर्दा रहेगा। भगवान को चार बार भोग लगता है- प्रातः काल 6:30 बजे उसके पश्चात 9:00 बजे का भोग, जिसे निवेद कहते हैं। दोपहर को 12:30 बजे फिर शाम को 4:00 बजे भोग लगेगा, यह अल्पकालिक क्रिया हैं, इसमें 2 मिनट से 5 मिनट तक का वक्त लगता है। भारतवर्ष से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं से हम हाथ जोड़कर निवेदन करेंगे कि भगवान का भोग लगाने, वस्त्र पहनाने के लिए चार बार थोड़ा वक्त देना होगा।

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भगवान को वस्त्र बदलना वस्त्र पहनाना और उस समय लगे परदे के लिए थोड़ा सा धैर्य रखना होगा। 5 मिनट में पर्दा खुल जाएगा दर्शन चलते रहेंगे। प्रातः काल श्रृंगार आरती के बाद मंगला आरती के बाद भगवान का श्रृंगार, पूजा सब चलती रहेगी और दर्शन भी चलते रहेंगे। दोपहर को 12:00 बजे के पहले भगवान का अभिषेक होगा, उत्सव मूर्तियों का अभिषेक होता रहेगा, श्रीरामलला के वस्त्र बदलने का काम चलेगा दर्शन भी चलेंगे।अभी 9:30 बजे प्रवेश बंद हो जाता है, मगर रामनवमी के दिन, 17 तारीख को दर्शन रात्रि 11:00 बजे तक होंगे।

अगर हम दर्शन सुबह 3:30 से या 4:00 बजे से प्रारंभ करें, तो यह लगभग 19 घंटे का होगा, सब मिलाकर दर्शन 19 घंटे तक होंगे। 18 तारीख से फिर वही पुरानी व्यवस्थाएं चालू हो जाएगी, जो 15 और 16 को रहेंगी। दर्शनार्थी अपना मोबाइल, जूता-चप्पल, बड़े बैग और प्रतिबंधित सामग्री जितनी दूर हो उतनी दूर रखें। अप्रैल 16, 17,18 और 19 को किसी भी तरह के पास जारी नहीं किये जाएंगे।

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