हॉस्पिटल का लाइसेंस रद्द, मुख्य चिकित्साधिकारी ने निगरानी के दिए निर्देश।
अयोध्या। अयोध्या पिछले एक वर्ष से लगातार सुर्खियों में रहे देवांश हॉस्पिटल के लाइसेंस नवीनीकरण पर रोक लगा दी गई। इस बीच ताजा मामले में दोषी मिलने के बाद अस्पताल संचालिका ने कार्रवाई होने से पूर्व ही अस्पताल बंद करने को लेकर शपथ-पत्र दे दिया। भविष्य में अन्य नाम से अस्पताल खुलने की संभावनाओं को देखते हुए सीएमओ ने निगरानी के निर्देश दिए हैं। शहर के देवकाली स्थित देवांश हॉस्पिटल अलग-अलग मामलों में पिछले लगभग एक साल से लगातार सुर्खियों में था। पहले के तो अधिकांश मामलों में उसे क्लीनचिट मिल गई, लेकिन बीकापुर के ससोली निवासी अमित कुमार के ताजा मामले में अस्पताल प्रबंधन दोषी मिला था। जांच में मिला कि अस्पताल में कोई भी सर्जन इंपैनल न होने के बावजूद दूसरे डॉक्टर से ऑपरेशन करा दिया गया था। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल पर कार्रवाई के लिए नोटिस भेजा तो अस्पताल प्रबंधक बैकफुट पर आ गया और स्वतः ही अस्पताल बंद करने की जानकारी देकर शपथ-पत्र दे दिया।
सीएमओ डॉ. संजय जैन ने बताया कि संचालिका ने स्वयं ही अस्पताल बंद करने का शपथ-पत्र दिया है। इसलिए अस्पताल के लाइसेंस नवीनीकरण पर रोक लगा दी गई है। भविष्य में भी नए नाम अन्य किसी नाम से लाइसेंस लेने की यदि अस्पताल प्रबंधन कोशिश करता है तो उस पर भी नजर रखी जाएगी।