सुल्तानपुर में 6 महीने बाद दर्ज हुआ रेप का केस।
सुल्तानपुर।
सुल्तानपुर में एक रेप पीड़िता इंसाफ के लिए 6 महीने से थाने के चक्कर काटती रही। अंत में उसे आमरण अनशन पर बैठना पड़ा। तब कहीं जाकर 48 घंटे बाद पुलिस ने केस दर्ज किया। घटना जिले के मोतिगरपुर थाना अंतर्गत एक गांव की है।
कादीपुर कोतवाली के एक गांव की मजदूर महिला का आरोप है, वो बीती 20 जून को शाम करीब 6:30 बजे आसपास मोतिगरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में अपने मायके जा रही थी। तभी एक व्यक्ति बाइक सवार रास्ते में पहुंचा। उसने नशीला पदार्थ सूंघाकर मेरा अपहरण किया और फिर सुनसान जगह ले जाकर मेरे साथ बलात्कार किया। मेरे साथ कई लोगों ने गलत काम किया। उन लोगों ने मेरे साथ मारपीट भी की।
पीड़िता का आरोप है मैं मोतिगरपुर थाने पर अपनी शिकायत लेकर गई लेकिन मेरी वहां सुनवाई नहीं हुई। तहसील स्तर से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों को शिकायती पत्र दिया। फिर भी मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया।शासन से आदेश भी हुआ जिसे अधिकारियों ने अनसुना कर दिया। ऐसे में परेशान होकर दो दिन पूर्व पीड़िता नगर के तिकोनिया पार्क में परिवार के साथ अनिश्चित कालीन आमरण अनशन पर बैठ गई।
तहसीलदार सदर और एसडीएम सदर बहुत कहने के बावजूद महिला प्रदर्शन पर अड़ी रही। मोतिगरपुर थाना अध्यक्ष ज्ञानचंद शुक्ल ने बताया कि दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में अभियोग दर्ज किया गया है। मुंशी की चूक से दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन जल्द सुधार कर गैंगरेप की धारा में केस दर्ज किया जाएगा।