सुलतानपुर में डीएम से मिलने की जिद पर अड़ीं आशा बहुएं, घेरा कलेक्ट्रेट ।
सुल्तानपुर।
सुल्तानपुर जिले में मंगलवार को आशा बहु कल्याण समिति के बैनर तले तिकोनिया पार्क में एक बैठक हुई। बैठक के बाद सैकड़ों की संख्या में आशा व आशा संगिनी सीएम को संबोधित मांगपत्र देने कलेक्ट्रेट गेट पर पहुंची तो मौजूद पुलिस कर्मियों द्वारा गेट बंद कर दिया गया। नाराज़ सैकड़ों की संख्या आशा व आशा संगिनी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगी। गेट पर प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त मजिस्ट्रेट प्रवीण कुमार पहुंचे, लेकिन कोई बात नहीं बनी। उनकी मांग थी कि ज्ञापन डीएम को सौंपा जाएगा। मौक़े पर पहुंचे एडीएम प्रशासन गौरव शुक्ला ने बात चीत करते हुए एक दर्जन पदाधिकारियों को गेट से अंदर करवा उनकी बातों को सुनते हुए ज्ञापन लिया। लेकिन उनकी मांग डीएम से मुलाकात करने की थी। किसी तरह समझा बुझा कर एडीएम प्रशासन ने एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल से वार्ता करते हुए उनके पत्र को सीएम तक भिजवाने की बात कही। वही कलेक्ट्रेट गेट पर आशा व आशा संगिनी का प्रर्दशन चलता रहा। इसी बीच एसपी सोमेन बर्मा कलेक्ट्रेट गेट पर पहुंच गए। किसी तरह मामले को शांत कराते हुए सुरक्षा कर्मियों को फटकार लगाई।
सीएम को संबोधित सौंपे गए मांगपत्र में उनकी मांग है कि उन्हें स्थायी और सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाय, साथ ही पीएम व सीएम जन आरोग्य योजना में लोगों को जागरूक करने में उन्हें स्थायी कर्मचारी बनाया जाय। एक निश्चित मानदेय मिले, टुकड़ों में नहीं। साथ कोविड काल में उनके द्वारा किए गए कार्य के चलते उज्ज्वल भविष्य के लिए निश्चित मानदेय दिया जाए। राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा देय प्रोत्साहन राशि विभागीय कार्यालयों द्वारा अवशोषित करने के बाद नाम मात्र की धनराशि उनके खाते आती है। प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का सहयोग न मिलना, आशा बहुओं व आशा संगिनी को प्रशासन से सहयोग व प्रोत्साहन राशि का विवरण विभाग द्वारा नहीं दिया जाता है। विभिन्न विभागों के कार्यों को बिना पारिश्रमिक के कराया जाता हैं। सीएम से मांग की है कि निश्चित मानदेय व स्थाई कर्मचारी का दर्जा दिए जाए। इस मौक़े पर प्रांतीय अध्यक्ष सीमा सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष इंदुबाला, प्रदेश कार्यकारणी विभा राय, जिला उपाध्यक्ष, कौशिल्या सहित सैकड़ों की संख्या में आशा बहु व आशा संगिनी मौजूद रही।