सामाधान दिवस पर बोला फरियादी- ‘सरकार’ काका रामदेव महुआ नहीं बीनने देते हैं’

अयोध्या।
उत्तर प्रदेश के हर जिले की हर तहसील प्रत्येक शनिवार को समाधान दिवस का आयोजन किया जाता है। इस दिन आमजन अपनी समस्याओं को प्रशासन के समक्ष रखते हैं। वैसे अधिकतर समस्याएं जमीनी विवाद या अन्य मुद्दों पर होती हैं, लेकिन कई बार फरियादी ऐसी समस्या भी अधिकारियों के समक्ष रख देते हैं, जो कि काफी अजीबोगरीब होते हैं। दरअसल, कुछ ऐसा ही अयोध्या जिले के कुमारगंज थाने में देखने को मिला। यहां तहसीलदार हेमंत गुप्ता समाधान दिवस पर जन सुनवाई करने आए हुए थे। दोपहर के समय लगभग 12 बजे गनेशपुर निवासी महेश कागजों से भरा एक झोला लेकर पहुंचे। उनसे तहसीलदार ने जब समस्या पूछी तो महेश ने कहा, “सरकार काका जी रामदेव महुआ नहीं बीनने देते हैं, जबकि उसी बाग में हम भी सह खातेदार हैं। चाहे तो कागज देख लीजिए”। यह कहते हुए महेश झोला आगे बढ़ा देते हैं। इस पर तहसीलदार ने लेखपाल से कहा कि इस प्रकरण में जांच कर मामले का निस्तारण कर अवगत कराएं। हालांकि, समस्या निराकरण की उम्मीद बनती देख महेश कुमार वापस चले गए।
साहब हमारे घर का ताला खुलवा दीजिए।
इनायतनगर थाने में समाधान दिवस पर उप जिलाधिकारी अमित जायसवाल के सामने पहुंची सुमित्रा ने हाथ जोड़ कर कहा कि साहब मेरे घर का ताला खुलवा दीजिए। लालचंद ने जबरदस्ती बंद कर दिया है। मेरे घर में कोई नहीं है।
एसडीएम ने पुलिस को निर्देश दिया कि तत्काल ताला खुलवा कर महिला को न्याय दिलाया जाए और विपक्षियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाए। आदिल निवासी विक्रमा प्रसाद ने एसडीएम को अवगत कराया कि उनकी भूमि का बंटवारा न्यायालय से 2015 में हो चुका है। चार बार राजस्व की टीम पैमाइश के लिए गई, पर अभी तक उन्हें कब्जा नहीं मिला। एसडीएम ने राजस्व टीम को तत्काल भूमि की पैमाइश करा कर कब्जा दिलाने का आदेश दिया। सोधियांवा निवासी रागिनी यादव ने कहाकि वह पांच वर्ष से राशन कार्ड बनवाने के लिए दौड़ रही हैं, जिस पर एसडीएम ने पूर्ति निरीक्षक को जांच कर कार्ड बनवाने का आदेश दिया।