सरैठा कांड में निर्दोष पत्रकार का उत्पीड़न कर रही इलाकाई पुलिस
पत्रकार ने राजनीतिक विद्वेष भावना से ग्रसित होकर गंभीर मुकदमे में नाम घसीटे जाने का लगाया था आरोप
पटरंगा पुलिस अब पत्रकार केेे परिवारी जनों तथा रिश्तेदारों को कर रही हैरान एवंं परेशान
पटरंगा थाना क्षेत्र के सरैठा गांव मेंं दो दो पक्षों के बीच हुई मारपीट के बाद घायल युवक की इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में पटरंगा पुलिस अब घटना से दूर-दूर तक वास्ता एवं सरोकार न रखनेे वाले ग्रामवासी पत्रकार को भी हत्या जैसे गंभीर मुकदमे में नाम घसीट रही है यही नहीं घटना में बेकसूर पत्रकार नितेेश सिंह के परिजनों एवं नात रिश्तेदारों का उत्पीड़न पटरंगा पुलिस द्वारा घटना के बाद से निरंतर किया जा रहा है।इसकेे अलावा पटरंगाा पुलिस पत्रकार के घर पहुंच कर आए दिन तोड़फोड़ भी कर रही है। पुलिस के कारनामे के चलते अब पत्रकार के परिवारी जनोंं का जीना दुश्वार हो गया है।
बताते चलें कि सरैंठा गांव निवासी निवासी पत्रकार नितेश सिंह पुत्र धर्मवीर सिंह ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या को ऑनलाइन शिकायती पत्र देकर पटरंगा थाना की हाइवे चौकी प्रभारी पर एक ही स्थान पर लगभग दो वर्षों से अधिक समय से जमे होने का आरोप लगाया था।
उन्होंने शिकायत की थी कि हाईवे चौकी प्रभारी ने ग्राम पंचायत सरैठा में बीते 6 जुलाई को हुए मारपीट के मामले में प्रभावशाली लोगों के इशारों पर जबरदस्ती फंसाने की साजिश कर रहे हैं। पीड़ित नितेश ने मांग की है कि उक्त घटना की निष्पक्ष जांच जिले के किसी दूसरे थाना पुलिस से करवाई जाए की मांग उठाई थी।
पत्रकार नितेेेश सिंह ने गंभीर मुकदमों में निर्दोष लोगोंं को ना फंसाए जाने सहित घटना के समय और दिन की लोकेशन ट्रेस कराए जाने की मांग की थी। लेकिन पटरंगा पुलिस कुछ राजनीतिक प्रभावशाली लोगों के इशारे और दबाव मेंं आकर घटना में पूरी तरह से निर्दोष पत्रकार नितेश सिंह के परिवारी जनों का अब उत्पीड़न करने पर तुली है। इससे साफ परिलक्षित हो रहा है कि पटरंगा पुलिस की मंशा पूरी तरह सेेे पत्रकार को फसाने की हैै।
फिलहाल समूचे क्षेत्र में पटरंगा पुलिस की कार्यशैली को लेकर सवालिया निशान लगने लगा हैैै और घटना के बाद दर्ज हत्या के मुकदमे में निर्दोष लोगों का नाम घसीटे जाने को लेकर क्षेत्रवासी लोगोंं में इलाकाई पुलिस के प्रति गहरा असंतोष और आक्रोश भी व्याप्त है।