download 5 - श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर देशभर में होगा दिवाली जैसा माहौल।

श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर देशभर में होगा दिवाली जैसा माहौल।

अयोध्या उत्तर प्रदेश

श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर देशभर में होगा दिवाली जैसा माहौल।

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अयोध्या।
अयोध्या नवंबर के बाद फिर से देश में दिवाली जैसा माहौल दिखेगा। अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के समय गांव-गांव रोशनी से सराबोर होंगे। पांच लाख से अधिक गांवों के मंदिर दूधिया रोशनी से जगमगाएंगे। विश्व हिंदू परिषद अपने 48 संगठनिक में अपने धर्माचार्य प्रमुखों के माध्यम से भेजे जाने वाले आमंत्रण में इस बात का विशेष आग्रह करेंगे। मंदिरों में 17 जनवरी से शुरू हो रहे प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान समारोह के दिन से ऐसा करने का अनुरोध किया जाएगा।
विहिप ने उपाध्यक्ष और श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय ने तो प्राण प्रतिष्ठा के दिन हर घर पांच दीपक जलाने का आग्रह किया है।

पूरे देश के मंदिर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान उत्सव मनाएंगे। अपनी-अपनी परंपरा के अनुसार पूजा अर्चना आरती और प्रसाद वितरण करेंगे। मंदिर परिसर में क्षमता के अनुसार प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण करेंगे। कोई टीवी में तो कोई बड़ी स्क्रीन पर इसे अपने स्थानीय भक्तों को यह ऐतिहासिक पल देखने में मदद करेंगे। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के निर्माण प्रभारी गोपाल राव कहते हैं इसके लिए देशभर में वैसे तो 6 लाख से अधिक गांव है लेकिन हमारा संगठन लगभग 5 लाख गांव के मंदिरों तक पहुंचेगा। हमारे कार्यकर्ता उन्हें मंदिर को रौशनी से सजाने का आग्रह करेंगे। वो अपनी क्षमता अनुसार ये करेंगे लेकिन कम से कम पांच दीपक तो अवश्य ही प्रज्ज्वलित करेंगे।

पांच नवंबर से अक्षत पूजन से शुरू होगा अभियान।

विश्व हिंदू परिषद देश भर के गांव में आमंत्रण देने के लिए अपने सभी 48 सांगठनिक प्रांतों के प्रमुख कार्यकर्ताओं को बुलाया है। पांच नवंबर को हर राज्य से प्रतिनिधियों को बुलाया गया है। इन कार्यकर्ताओं के माध्यम से देश भर के पांच लाख गांव के मंदिरों में आमंत्रण भिजवाया जाएगा। यह आमंत्रण कुछ और नहीं बल्कि पूजित अक्षत, हल्दी, व देशी घी से मिश्रित पैकेट होगा। पांच नवंबर को इस आमंत्रण की प्रक्रिया को अभियान के तौर पर शुरू किया जाएगा। ताकि समय से सभी के पास एक संदेश के साथ यह आमंत्रण पहुंच भी जाए और मंदिर प्रबंधन अपनी तैयारी भी कर लें।

प्राण प्रतिष्ठा के लिए जरूरी एक हफ्ते का अनुष्ठान पूरा होने के अंतिम दिन संभवत: 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अधिकारिक रूप से मंदिर का लोकार्पण करेंगे। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के निर्माण प्रभारी गोपाल राव कहते हैं कि इसके बाद देश भर से आमंत्रित किए गए दस हजार वीवीआईपी के दर्शन शुरू हो जाएंगे। इसके बाद रातभर में व्यवस्थाएं पूरी करके अगले दिन से ही हम आम भक्तों के लिए श्रीरामलला का पट खोल देंगे।

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