✍नितेश सिंह, रुदौली (अयोध्या)
- रौजागांव शुगर मिल के महाप्रबंधक निष्काम गुप्ता ने स्पेशल इंटरव्यू में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए बताया कि अभी हमारा इस मिल में बतौर युनिट हेड नया कार्यकाल शुरू हुआ है। और हमारी पिराई का सत्र आगामी नवंबर माह से स्टार्ट हो रहा है हमारा हरसंभव यह प्रयास होगा किसानों को अवेर करने का उन्हें अच्छी से अच्छी फसलों व पैदावार के लिए जागरूक करने का मैं खुद और हमारी पूरी मिल प्रबंधन टीम गांव गांव जाकर के लोगों को नई तकनीकी से खेती करने के लिए जागरूक कर रही है हमारे तरफ से पंपलेट बांटे जा रहे हैं।
- किसानों को इंटरप्लांटिंग व डिस्टेंसप्लांटिंग के बारे में बताया जा रहा है डिस्टेंस प्लांटिंग वह होता है जिसमें कुछ दूरी दूरी पर पौधे रोपित किए जाते हैं। इससे उसे दो लाभ मिल जाता है एक तो किसान के पौधों के बीच में स्पेस होने की वजह से एक और फसल तैयार कर लेता है दूसरी बात गन्ने की ग्रोथ अच्छी होती है। और उन्होंने अन्य जगहों के फसलों के बारे में भी बताया कि मैंने अभी हाल ही में दूसरी यूनिट से मैं आया हूं वहां पर यहां की अपेक्षा गन्ने की उपज व ग्रोथ बहुत अच्छी थी वैसी खेती यहां मुझे देखने को नहीं मिली।
- लेकिन हम वहां की चीजों को यहां के किसानों तक जरूर पहुंचाएंगे। उनको अच्छी पैदावार करने के लिये जागरूक करेंगे और उन्होंने यह भी बताया कि जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसान हैं उनके लिए हमारी मिल की तरफ से छिड़काव करने के लिए औषधियां डिस्ट्रीब्यूट की जा रही है वितरित की जा रही है।
- जिससे उनकी फसलों को कोई नुकसान नहीं होगा और गन्ने पर खासा प्रभाव नहीं पड़ेगा उन्होंने बातचीत में यह भी बताया कि किसानों को ज्यादा से ज्यादा अर्ली ब्राइट के गन्ने का बुआई करना चाहिए। जिस की उपज भी अच्छी है और किसान को भी काफी लाभ मिलता है।
- उन्होंने अपनी बातचीत के अंश में यह भी बताया मेरा पूरा प्रयास होगा कि किसानों को कोई भी प्रकार की समस्या नहीं होने दी जाएगी पर्ची से लेकर उनके भुगतान तक मेरा पूरा प्रयास रहेगा हमारे किसान भाईयों को कोई भी समस्या नहीं आने दी जाएगी।
- उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया मिल प्रशासन और हमारे किसान साथी एक साइकिल के दो पहिए के समान है। दोनों में तालमेल खाए बगैर कोई भी कार्य संभव नहीं है।