रूदौली पुलिस खुद लगा रही मित्र पुलिस के नाम पर सवालिया निशान

रुदौली - अयोध्या

IMG 20200319 WA0012 - रूदौली पुलिस खुद लगा रही मित्र पुलिस के नाम पर सवालिया निशान✍विकास वीर यादव रूदौली

  • उत्तर प्रदेश की मौजूदा योगी सरकार भले ही प्रदेश में शांति व्यवस्था कायम रखने के हजार दावे करती हो और किसी निर्दोष को फर्जी न सताया जाए इस पर विशेष ध्यान रखती हो भले ही सरकार ने उत्तर प्रदेश की पुलिस को मित्र पुलिस दर्जा दे दिया हो लेकिन योगी जी की मित्र पुलिस सुधरने का नाम नही ले रही है।
    आलम ये है कि यही मित्र पुलिस इस समय वाहन चेकिंग के नाम पर लोगों को फर्जी प्रताड़ित कर रही है वाहन के सभी कागजात दुरुस्त होने के बाद भी वाहन चालकों का टारगेट के नाम पर फर्जी चालान किया जा रहा है।
  • ताजा मामला रूदौली तहसील का प्रकाश में आया है।
    जहां की पुलिस द्वारा वाहनों चालकों को जबरन प्रताड़ित किये जाने की बात सूत्रों द्वारा सामने आ रही है।IMG 20200319 WA0013 - रूदौली पुलिस खुद लगा रही मित्र पुलिस के नाम पर सवालिया निशान
  • रूदौली सर्किल की पुलिस वाहन चेकिंग के नाम पर अपना टारगेट पूरा करने के चक्कर मे उन लोगों को भी नही बक्श रही है जिनके वाहन के सारे कागजात दुरुस्त है तथा वे उसे अपने साथ लेकर भी चल रहे हैं उसके बाद भी पुलिस द्वारा उनका चालान किया जा रहा है जिससे कि क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
  • केश नंबर1 :-
    अयोध्या निवासी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक डॉक्टर राकेश यादव किसी काम से भेलसर जा रहे थे कि शुजागंज चौकी क्षेत्र के अहमदाबाद बैरियर पर वाहन चेकिंग कर रहे कोतवाली रूदौली के उपनिरीक्षक लोकेंद्र कुमार सिंह ने उन्हें रोकेकर टारगेट पूरा करने के चक्कर मे बिना हेलमेट और ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने की धारा में चालान कर दिया जबकि वाहन चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस मौजूद था और हेलमेट भी वे लगाए हुए थे।
    यही नही वहां मौजूद एक सिपाही ने उनसे उनका आई कार्ड भी दिखाने को कहा जबकि बेसिक शिक्षा विभाग में अध्यापकों का कोई आई कार्ड जारी नही होता है।
  • केश नंबर 2
  • पटरंगा थाना क्षेत्र के जुनेदपुर निवासी मुफीद का कहना है वो किसी कार्य से मवई गए थे वापस आते समय थाना मवई के पास वाहन चेकिंग कर रहे मवई थाने के वरिष्ठ उपनिरीक्षक राम नरेश वर्मा ने उन्हें चेकिंग के नाम पर रोका और 12 हजार रुपये का चालान विभिन्न धाराओं में कर दिया जबकि वाहन चालक मुफीद का कहना है उनके पास गाड़ी से संबंधित सभी कागजात उपलब्ध थे जिसे दरोगा जी ने देखा ही नही और उनकी गाड़ी का चालान कर दिया।
  • बड़ा सवाल उठता है कि टारगेट मिलने पर पुलिस द्वारा इस तरह लोगों का उत्पीड़न क्यों किया जाता है जबकि प्रायः देखा जाता है कि नियमों के पालन की अनदेखी करने पर जनता को ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाने वाले वर्दीधारी खुद भी किसी प्रकार के नियमों का पालन नही करते बैगर हेलमेट और ट्रिपलिंग करते हुए इन्हें अक्सर देखा जाता है।
  • प्रदेश सरकार को चाहिए कि सबसे पहले इनपर कार्यवाई करे और कानून का पाठ पढ़ाने वाले लोग पहले खुद कानून का पालन करें उसके बाद लोगों को हिदायत दें।।

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