राम मंदिर निर्माण के लिए अहम है अगला महीना, अंतरिक्ष विज्ञानियों की निगरानी में चल रहा काम।
अयोध्या।
राम मंदिर के भूतल का निर्माण अंतिम चरण में पहुंच गया है। दिसंबर माह तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है। निर्धारित समयावधि में मात्र छह माह शेष हैं, इसलिए कार्य में तेजी आ गई है। मंदिर निर्माण की दृष्टि से जून माह अत्यंत अहम है। इसी माह में मंदिर के फर्श पर मार्बल लगाने व जून मध्य से दरवाजे बनने शुरू हो जाएंगे। मंदिर की छत का 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। जून महीने में 44 दरवाजे निर्मित होने हैं। महाराष्ट्र से सागौन की लकड़ी की पहली लाट लाई जा चुकी है। हैदराबाद से दस कारीगर पहुंच चुके हैं। दरवाजे मंदिर परिसर में ही निर्मित होंगे। छत तैयार होने के साथ ही मंदिर के फर्श पर सफेद मार्बल लगाने का काम भी शुरू होगा। मार्बल की आपूर्ति हो रही है। इसके पहले मंदिर के भवन में बिजली की वायरिंग के साथ ही अंतिम चरण के कार्य संपन्न होंगे।
ट्रस्ट की बैठक में भी इन्हीं कार्यों को गति देने पर चर्चा होगी। कार्यदायी संस्था की तैयारी परखी जाएगी। मंदिर परिसर में यात्री सुविधा केंद्र निर्मित किया जा रहा है। इसके लिए बिजली, शौचालय का स्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। यात्री सुविधा केंद्र के बेसमेंट की छत ढाली जा चुकी है।
छत निर्मित किए जाने के साथ-साथ गर्भगृह में रामलला के विग्रह तक सूर्य की किरणों को पहुंचाने के लिए स्पेस तैयार किया जा चुका है। इसे अंतरिक्ष विज्ञानियों की निगरानी में छत निर्मित करते समय तैयार किया गया। इसी में पाइप लगाई जानी है, जिसके जरिए सूर्य की किरणें गर्भगृह में निर्धारित लक्ष्य पर भेजी जाएंगी, जहां लगे लेंस के माध्यम से किरणों को रामलला के ललाट पर प्रक्षेपित किया जाएगा। प्रत्येक वर्ष रामनवमी को दोपहर 12 बजे रामलला के ललाट पर पर सूर्य की किरणें पड़ेंगी।