यूपी में किसानों के लिए आफत बनी बारिश, फसलें बर्बाद, खेतों में गिरा गन्ना और धान, आलू सड़ने का डर|
उत्तर प्रदेश|
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. इस बीच बारिश का सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है. लखनऊ समेत प्रदेश के 45 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. भारी बारिश और बाढ़ की वजह से कई जिलों में लोगों की मौतें भी हुई हैं. कई जिलों में स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. कई जगह कच्चे मकान गिर गए हैं. कल यानी रविवार को प्रदेश में बाढ़ और बारिश की वजह से 34 लोगों की मौत होने की खबर है.
मौसम विभाग के अनुसार 1 से 9 अक्टूबर के बीच प्रदेश में 92.3 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य से 76.9 मिलीमीटर ज्यादा है. बाढ़ के चलते फसलों को भारी नुकसान हो रहा है. किसानों के धान की फसल बारिश के साथ हवाओं की वजह से गिर गई है. गन्ने की खड़ी फसल भी गिरने लगी है. कई जगहों पर आलू की फसल भी बोई जा चुकी है. किसानों में इस बात का डर है कि उनका आलू अब खेतों में ही सड़ जाएगा. अलर्ट को देखते हुए प्रशासन द्वारा प्रदेश के नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर सहित कई जिलों में पहली कक्षा से 12वीं तक के स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.
बारिश की वजह से सिर्फ अवध के इलाकों में 12.50 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है. नदियां पूरे उफान पर बह रही हैं. कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. अवध के जिलों में गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, सीतापुर और बाराबंकी में सैकड़ों गांव पानी से घिरे हुए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य जारी है. कई जगह आसमानी बिजली भी गिरने की खबर है.