यूपी में एक और हिस्ट्रीशीटर का अंत माफिया खान मुबारक की मौत।
लखनऊ।
हरदोई जेल में बंद माफिया खान मुबारक की मौत हो गई है, इसी के साथ यूपी में एक और हिस्ट्रीशीटर के अंत की बात सामने आई है, कुख्यात खान मुबारक की मौत से हड़कंप मच गया है. खान मुबारक लंबे समय से हरदोई की जेल में बंद था ,हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था । पिछले लंबे समय से कई मुकदमों को लेकर वो हरदोई जेल में निरुद्ध किया गया था। इस घटना की जानकारी के बाद जेल और उसके आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। तबीयत बिगड़ने के बाद मुबारक को हरदोई जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गई।
खान मुबारक पर उत्तर प्रदेश के कई जिलों के पुलिस थानों में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, वसूली और गैंगस्टर समेत तमाम संगीन धाराओं में 44 मुकदमे दर्ज थे, सबसे चर्चित मामला था कि क्रिकेट मैच के दौरान जब अंपायर ने उसे आउट करार दे दिया था तो उसने उसे गोली मार दी थी उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ माह में किसी न किसी कारण से माफिया की मौत या हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में 15 अप्रैल को हत्या के बाद हाल ही में लखनऊ में हत्याकांड हुआ था। इसमें कोर्ट कैंपस में गैंगस्टर संजीव जीवा की हत्या कर दी गई थी। मुबारक खान ने पूर्वांचल के कई अन्य बदमाशों के साथ गठजोड़ कर रंगदारी वसूली की , मगर 2017 में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद से उस पर यूपी पुलिस का शिकंजा कसना शुरू हुआ, खान मुबारक और उसके भाई खान जफर को जेल में डाला गया।