मिल्कीपुर: पलिया माफी गौशाला में भी रखे गए गोवंश पशु बदहाली का शिकार|
अयोध्या|
जिले के मिल्कीपुर विकासखंड अंतर्गत पुलिस चौकी शाहगंज क्षेत्र के पलिया माफी ग्राम पंचायत में संचालित गौशाला में भी रखे गए गोवंश पशु बदहाली का शिकार है। पर्याप्त देखभाल, चारा पानी की उचित व्यवस्था और दवा उपचार का अभाव बना हुआ है। यहां तक की गौशाला में मृत गोवंश पशुओं को दफनाने की जिम्मेदारों द्वारा जहमत नहीं उठाई जाती है।
शनिवार 10 सितंबर को हुई एक गोवंश पशु गाय की मौत होने के बाद अफरा तफरी का माहौल देखने को मिला। लोगों द्वारा सूचना दिए जाने के बाद शाहगंज पुलिस चौकी प्रभारी जय किशोर अवस्थी पुलिस टीम के साथ गौशाला पहुंचे।
ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए ग्राम प्रधान राकेश चौधरी व दो अन्य लोगों को पकड़ कर पुलिस चौकी में ले आए। बताया गया कि शनिवार को गौशाला में हुई गाय की मौत होने के बाद ग्राम प्रधान गाय के शव को दफनाने के बजाय दूसरे को दे देना चाहते थे। जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए। और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे।
पुलिस चौकी प्रभारी द्वारा ग्राम प्रधान और दो अन्य लोगों को पकड़कर पुलिस चौकी लाने के बाद लोगों का आक्रोश कुछ शांत हो गया। कई प्रधान और उनके प्रतिनिधि भी देर शाम पुलिस चौकी में इकट्ठा हो गए। पुलिस चौकी प्रभारी द्वारा मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई। रात में मौके पर पहुँचे सीओ मिल्कीपुर सत्येंद्र भूषण त्रिपाठी, खंड विकास अधिकारी मिल्कीपुर, पशु चिकित्साधिकारी , व पशु चिकित्सकों की टीम ने जांच पड़ताल के बाद मृत गाय की पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को दफनवा दिया गया।
शाहगंज पुलिस चौकी प्रभारी जय किशोर अवस्थी ने बताया कि मामला पूरी तरह शांत करा दिया गया है। अभी कोई रिपोर्ट नहीं दर्ज हुई है। सूत्रों द्वारा पता चला है कि जनपद के अन्य गौशाला में भी मृत होने वाले गोवंश पशुओं दफन करने अथवा अंतिम संस्कार में संवेदनहीनता दिखाई जाती है। जबकि 1 दिन पहले सोहावल क्षेत्र के गौशाला में मृत होने वाले गोवंश पशु के चमड़े और हड्डी को कांटे पर तौल कर ट्रक में लदवा कर बिक्री किए जाने के काले कारोबार के मामले का खुलासा होने से हड़कंप मच गया है। जबकि ग्राम प्रधान राकेश चौधरी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है।