बैंक कर्मी के साथ लूट के चार आरोपी गिरफ्तार।
बीकापुर_अयोध्या।
अयोध्या जिले के बीकापुर कोतवाली क्षेत्र में एक बैंक कर्मचारी के साथ हुई लूट की घटना का पुलिस द्वारा रिपोर्ट लिखने के बाद महज 24 घंटे के अन्दर ही खुलासा कर घटना में शामिल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सीओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र के खजुराहट तिराहे पर शुक्रवार 29/03/2024 भोर सुबह बैंक कर्मी के साथ हुई, लूट की घटना के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी और घटना के खुलासा करने के लिए प्रभारी निरीक्षक लालचंद सरोज के नेतृत्व में पुलिस टीम लगाई गई थी। मिली सूचना पर पुलिस टीम द्वारा शनिवार 30/03/2024 दोपहर करीब 1.30 बजे कोतवाली क्षेत्र के मोहम्मद भारी सरायखरगी प्राथमिक विद्यालय के समीप से लूट की घटना में शामिल आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया। आरोपी कोतवाली क्षेत्र बीकापुर के रहने वाले हैं। गण्डई बीकापुर के रहने वाले बलराम यादव, दयालजोत बीकापुर के रहने वाले मंगल कुमार यादव और हरिवंशपुर मंगारी बीकापुर के रहने वाले महेन्द्र यादव तथा मान सिंह यादव, हरिवंशपुर मंगारी बीकापुर। और उन्होंने भी बताया कि आरोपियों के पास से लूटे गये 24 हजार रुपयों में से 20500 रुपये नकद, एक तमंचा, कारतूस व एक बैग, वोटर कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड की छायाप्रति तथा घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट कार भी बरामद किया गया है।
बताया गया कि जोगी तारा नई कलोनी नगर के रहने वाले बैंक कर्मी त्रिपुरेश कुमार भारती खजुराहट एएनएम सेंटर पर तैनात एएनएम के पति हैं। शुक्रवार 29/03/2024 भोर सुबह करीब 4 बजे सुरेश कुमार सवारी वाहन के इंतजार में खजुराहट चौराहे के पास पहुंचे और सवारी वाहन का इंतजार करने लगे। इसी दौरान वहां पहुंचे कार सवार लोगों ने लिफ्ट देने के बहाने पीड़ित त्रिपुरेश कुमार भारती को कार में बैठा लिया। तथा कुछ दूरी पर ले जाकर और धमका कर उनके पास मौजूद नगदी, मोबाइल फोन आदि लूट लिया और कार के नीचे उनको उतार कर फरार हो गए। कोतवाली पुलिस द्वारा पीड़ित की तहरीर पर चार अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध लूट करने और धमकी देने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। एसपी ग्रामीण अतुल सोनकर और पुलिस क्षेत्राधिकारी सुरेंद्र सिंह के दिशा निर्देश पर कोतवाली पुलिस टीम मामले के खुलासा करने के लिए लगी हुई थी।
प्रभारी निरीक्षक लालचंद सरोज ने बताया कि मामले में आर्मस एक्ट की धारा भी बढ़ाई गई है। शनिवार शाम को आरोपियों का चालान करके न्यायालय भेज दिया गया है।