बिना टिकट सवारियां ढोने में चालक बर्खास्त, परिचालक विलंबित ।
अयोध्या।
रोडवेज बस को मनमाने तरीके से चलाकर बिना टिकट सवारियां ढोने के एक मामले में क्षेत्रीय प्रबंधक ने बृहस्पतिवार को चालक को बर्खास्त कर दिया है। साथ ही परिचालक और बस में सवार लिपिक को निलंबित कर दिया है। अयोध्या डिपो की बस टांडा-अयोध्या-कानपुर रूट पर चलती है। परिचालक अमेठी जिले के हलियापुर निवासी धीरेंद्र प्रताप सिंह और चालक मुश्ताक अहमद तैनात हैं। होली के अवसर पर चालक-परिचालक को अपने आवास पर हाल्ट करने की सुविधा प्राप्त है। ऐसे में यह बस धीरेंद्र प्रताप सिंह के हलियापुर स्थित आवास पर रात में रोकी गई। यह बस बृहस्पतिवार को अयोध्या आ रही थी तो मऊ शिवाला के पास आरएम के निर्देश पर सहायक यातायात निरीक्षक (एटीआई) दिनेश दुबे ने बस की चेकिंग की। चेकिंग में वे यह देखकर हैरान रह गए कि बस में परिचालक थे ही नहीं। बस में कुल छह सवारियां थीं, जिसमें से एक अयोध्या डिपो में तैनात लिपिक डीएन जायसवाल भी थे। किसी भी यात्री के पास कोई टिकट नहीं था। ऐसे में एटीआई ने वीडियो आदि बनाकर पूरी रिपोर्ट क्षेत्रीय प्रबंधक रोडवेज विमल राजन को सौंप दी। आरएम ने बताया कि यह बेहद गंभीर मामला पकड़ में आया है। ऐसे में संविदा चालक मुश्ताक अहमद को तत्काल बर्खास्त कर दिया गया है। जबकि परिचालक और लिपिक को निलंबित किया गया है। उन्होंने कहा कि लिपिक का दोष यह है कि बस में परिचालक न होने की जानकारी होने के बावजूद उन्होंने उच्चाधिकारियों को सूचना नहीं दी। जिससे उनकी मिलीभगत भी प्रतीत होती है।