316834309 876098556729207 1850919310392045207 n - बिजली कर्मियों के अघोषित हड़ताल पर जाने से लाखों उपभोक्ताओं के घरों में अंधेरा

बिजली कर्मियों के अघोषित हड़ताल पर जाने से लाखों उपभोक्ताओं के घरों में अंधेरा

मिल्कीपुर-अयोध्या

बिजली कर्मियों के अघोषित हड़ताल पर जाने से लाखों उपभोक्ताओं के घरों में अंधेरा|316834309 876098556729207 1850919310392045207 n - बिजली कर्मियों के अघोषित हड़ताल पर जाने से लाखों उपभोक्ताओं के घरों में अंधेरा

हैरिंग्टनगंज विद्युत सबस्टेशन क्षेत्र में बिजली सप्लाई बाधित होने से लाखों घरों में अंधेरा पसरा हुआ है। कोई भी बिजली विभाग का अधिकारी/ कर्मचारी मोबाइल फोन रिसीव नहीं कर रहा है‌। काफी जद्दोजहद के बाद पता चला है कि बिजली कर्मियों की हड़ताल के चलते क्षेत्र की बिजली काटी गई है।
हैरिंग्टनगंज विद्युत सबस्टेशन से जुड़े लाखों उपभोक्ताओं के घरों की लाइट गुल हो गई है। आलम यह है कि कोई भी विद्युत कर्मी उपभोक्ताओं का फोन उठाने को राजी नहीं है। बिजली ना मिलने से उपभोक्ताओं में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। दर्जनों उपभोक्ताओं ने 1912 पर कंप्लेन करके विद्युत सप्लाई बहाल किए जाने की मांग की है।
हैरिंग्टनगंज विद्युत सबस्टेशन क्षेत्र के ग्राम नियामतपुर निवासी विपिन तिवारी ने बताया कि हैरिंग्टनगंज क्षेत्र में आए दिन बिजली सप्लाई बाधित रहती है और अब अचानक फिर विद्युत कर्मियों द्वारा बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है। उन्होंने बताया कि मोबाइल स्विच ऑफ हो जा रहे हैं। घरों पर रखी गई पानी की टंकियां खाली हो चुकी हैं और बिजली वाले फोन उठाने को राजी नहीं हैं। इसी तरह से ग्राम घुरेहटा निवासी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि अचानक बिजली काट दी गई है। घंटों पूछताछ के बाद अब पता चल रहा है कि शायद बिजली कर्मियों ने हड़ताल कर दी है। ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम पलिया लोहानी निवासी अजय सिंह ने कहा कि अचानक बिजली काट देना, यह अच्छी बात नहीं है। बिजली कर्मियों द्वारा उपभोक्ताओं को पहले सूचना दी जानी चाहिए। कितने बजे से कितने बजे तक हड़ताल रहेगी या इतने दिनों की हड़ताल रहेगी। इस तरह से अचानक बिजली सप्लाई बंद कर देना, उपभोक्ताओं के साथ मजाक है। दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए। हालांकि अगल-बगल के विद्युत सब स्टेशनों पर बिजली सप्लाई जारी है। हैरिंग्टनगंज विद्युत सब स्टेशन से जुड़े उपभोक्ता लगातार 1912 पर शिकायत दर्ज करा रहे हैं

 

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