बाघ और तेंदुए के दांत मिलने से वन विभाग हुआ सतर्क।
अयोध्या।
अयोध्या रामनगरी में पंसारी की एक दुकान से बाघ और तेंदुए के 39 दांत व 20 नाखून मिलने के बाद वन विभाग के कान खड़े हो गए हैं। आशंका जताई जा रही है कि कहीं यह दांत जून में दुधवा नेशनल पार्क में मृत हुए चार बाघों के तो नहीं हैं। हालांकि अभी अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। प्रभागीय वनाधिकारी शितांशु पांडेय का कहना है कि इसे जांच के लिए इंडियन वेटरनी रिसर्च इंस्टीट्यूट देहरादून भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ पता चल सकेगा।
बुधवार को वन्य जीव क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली, यूपी एसटीएफ व वन विभाग की टीम ने कोतवाली अयोध्या के प्रमोद वन तिराहे पर स्थित एक पंसारी की दुकान से भारी मात्रा में प्रतिबंधित वन्य जीवों के अंग बरामद किए हैं। टीम ने उक्त दुकानदार समेत गोंडा जिले के निवासी दो व्यक्तियों को मौके से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से बरामद सामान में 20 बड़े व 19 छोटे दांत, 20 नाखून, 106 सियार सिंघी, 140 पीस इंद्रजाल व 1800 ग्राम टुकड़े, दो हत्था जोड़ी व चार पीस अन्य जानवर के नाखून शामिल हैं। बरामद दांत बाघ व तेंदुए के बताए जा रहे हैं।
वन विभाग के दरोगा कमल सिंह की तहरीर पर पकड़े गए आरोपी बृजेश केसरवानी निवासी शास्त्रीनगर अयोध्या, दयाराम दुबे निवासी तरबगंज जिला गोंडा व संजय तिवारी निवासी पूरे उमापति गोपीनाथ पुर जिला गोंडा के खिलाफ वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत केस दर्ज कर उनका चालान कर दिया गया।
वहीं अधिकारियों के मुताबिक, टीम ने बुधवार की देर रात गोंडा जिले से बृजेश नाम के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसे ही इस गिरोह का सरगना बताया जा रहा है।
कार्रवाई करने वाली टीम में यूपी एसटीएफ के निरीक्षक वेद प्रकाश श्रीवास्तव, निरीक्षक संतोष कुमार सिंह व उनकी टीम, जिले के मया वन रेंज के रेंजर अरूण कुमार मौर्या, वन दारोगा कमल सिंह, अशोक श्रीवास्तव के अलावा वन्य जीव क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी शामिल रहे।