पूर्व विधायक के पुत्र समेत नौ के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचना की रिपोर्ट दर्ज।
बीकापुर_अयोध्या।
नगर कोतवाली क्षेत्र के झारखंडी स्थित एक खंडहर नुमा कीमती मकान का फर्जीवाड़ा कर बैनामा कर दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामले में पूर्व विधायक के पुत्र समेत नौ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचना की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है। मोहल्ला रिकाबगंज निवासी सत्यम अग्रवाल का कहना है कि बल्लाहाता-झारखंडी मोहल्ला स्थित एक मकान जो वर्तमान में खंडहर में तब्दील हो गया है, लेकिन उसकी बाजार कीमत काफी है। जनाना अस्पताल रोड निवासी शकुन्तला गुप्ता पत्नी राम रघुवीर गुप्ता तथा उनके पुत्र अनुपम गुप्ता ने खण्डहर नुमा मकान में नया शटर लगवा लिया और छत डालने की तैयारी करने लगे तो उनको जानकारी हुई। पुलिस को शिकायत देकर निर्माण रुकवाया और कागजात की छानबीन कराई तो पता चला कि 27 दिसंबर 2002 को पूर्व विधायक मुकुट बिहारी अग्रवाल के पुत्र मुकुट कम्पेलेक्स रिकाबगंज निवासी दिनेशचंद्र ने राजस्व अभिलेख में उनके नाम दर्ज इस संपत्ति को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मोहल्ला कन्धारी बजार निवासी शकुंतला गुप्ता और उनके पति रघुवीर के बहैसियत मुख्तारे आम प्रभादेवी पत्नी स्व. देवेन्द्र सिंह श्रीवास्तव, हरिओम श्रीवास्तव तथा सगे भाई मदन मोहन व रविन्द्र श्रीवास्तव निवासी जनाना अस्पताल रोड के नाम बैनामा कर दिया है। जिसमें विष्णु कुमार गुप्ता निवासी वैश्य आटो मोबाइल रिकाबगंज व मान सिंह निवासी जनौरा मददगार तथा गवाह रहे। मामले की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से किये जाने के बाद एसएसपी ने मामले प्राथमिक जाँच कराई और जाँच रिपोर्ट के आधार पर नगर कोतवाली पुलिस को रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना का निर्देश दिया। नगर कोतवाल अश्विनी कुमार पांडेय ने शुक्रवार को बताया कि सत्यम अग्रवाल की तहरीर पर नौ लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है।