images 8 - पिता-भाई की गोली मारकर हत्या, दोनों को तीन-तीन गोलियां लगीं, फसल देने से मना करने पर की फायरिंग।

पिता-भाई की गोली मारकर हत्या, दोनों को तीन-तीन गोलियां लगीं, फसल देने से मना करने पर की फायरिंग।

सुल्तानपुर - उत्तरप्रदेश

पिता-भाई की गोली मारकर हत्या, दोनों को तीन-तीन गोलियां लगीं, फसल देने से मना करने पर की फायरिंग।

images 8 - पिता-भाई की गोली मारकर हत्या, दोनों को तीन-तीन गोलियां लगीं, फसल देने से मना करने पर की फायरिंग।

सुल्तानपुर।

सुल्तानपुर जिले कुरेभार थाना क्षेत्र में एक युवक ने अपने पिता और भाई को गोलियों से भून दिया। बाप और बेटे को 3-3 गोलियां मारी गईं। घायल अवस्था में दोनों को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मामला कूरेभार थाना क्षेत्र के जूड़ापट्टी का है।

पुलिस के अनुसार, यह हत्याकांड फसल के बंटवारे को हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों भाइयों के बीच कुछ समय से जमीन को लेकर भी झगड़ा चल रहा था।

मृतक सहरी गांव के प्रधान प्रतिनिधि सत्य प्रकाश यादव (47) वर्ष और उनके पिता काशी राम यादव हैं। सत्य प्रकाश 4 भाइयों में सबसे बड़े थे। इसके बाद आरोपी अजय और फिर विजय यादव हैं। विजय दिल्ली में रहते हैं। सबसे छोटा सत्येंद्र यादव रेस्टोरेंट चलाता है। इनके अलावा घर में मां मालती और बच्चे हैं। छोटे भाई अजय यादव ने घर के बाहर पहले बड़े भाई सत्य प्रकाश यादव को गोली मारी। फिर घर के अंदर जाकर पिता काशी राम यादव को गोली मार दी। दोनों पिता-पुत्र खून से लथपथ हो गए। गोली की आवाज सुनकर गांव वाले मौके पर पहुंचे। दोनों को अस्पताल ले जाया गया।

परिवार वालों के अनुसार, काशी राम के यहां गेहूं कटकर आया है। फसल बंटवारे को लेकर आज शाम उनके बेटे अजय की पत्नी सुनीता यादव उनसे हिस्सा मांगने पहुंची। उन्होंने हिस्सा देने से इनकार कर दिया। इसकी शिकायत सुनीता ने अपने पति अजय से कर दी। इसी बात पर अजय ने गुस्से में दोनों को गोली मार दी।

थानाध्यक्ष कूरेभार रवि सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी ली। सत्य प्रकाश की बेटी सृष्टि यादव ने पुलिस की नामजद शिकायत दी है। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

बेटी सृष्टि यादव ने बताया- मेरे चाचा अजय कुमार यादव ने मेरे दादा को सीने में गोली मारी। उनकी उसी वक्त मौत हो गई। मेरे पिता को 3 गोली मारीं। उन्होंने सरेआम बोला कि न तो बाप से मतलब है न भाई से। खानदान के किसी भी इंसान से कोई मतलब नहीं है। आज चाची गेहूं मांगने आई थीं। दादा ने इतना बोल दिया कि हम गेहूं नहीं देंगे। इस पर उन्होंने गोली मार दी।

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