नवजात के गायब होने का मामला, अस्पताल की मिलीभगत से परिजनों ने ही बेचा अपना बच्चा।
अयोध्या।
अयोध्या जिले के नगर नगर कोतवाली पुलिस ने देवकाली स्थित देवांश हॉस्पिटल से बच्चा गायब होने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक नवजात शिशु के मां-बाप ने ही देवांश हॉस्पिटल की संचालिका के साथ बात बच्चे को भेज दिया था। हालांकि तय धनराशि ना मिलने के बाद परिजनों ने नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने नवजात सहित सभी को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया, तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए बच्चों को अपनी सुपुर्दगी में लेकर लखनऊ भेज दिया है। पुलिस अभी भी मामले की विवेचना कर रही है।
प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर अश्वनी कुमार पांडेय ने बताया कि इनायत नगर थाना क्षेत्र के कहुआ के रहने वाले अतुल दुबे ने देवकाली स्थित देवांश हॉस्पिटल से प्रसव उपरांत बच्चा गायब होने का आरोप लगाते हुए तहरीर दिया था । जिसके आधार पर प्रारंभिक जांच के उपरांत केस दर्ज किया गया था। अतुल दुबे ने देवांश हॉस्पिटल पर आरोप लगाया था कि प्रसव के 2 महीने बाद भी हॉस्पिटल में बच्चे को नहीं सौंपा है। सोशल मीडिया पर यह बातें वायरल होते ही दोपहर में नवजात के वास्तविक माता-पिता दो अन्य लोगों के साथ नवजात को लेकर कोतवाली पहुंचे।
बताया कि नवजात के वास्तविक पिता अतुल दुबे के अनुसार नवजात के पालन-पोषण में अक्षम होने के कारण उसने महाराजगंज थाना क्षेत्र के मया बाजार निवासी संतोष तिवारी को अपना बच्चा सौंप दिया था। इसके बदले में उसे अस्पताल में प्रसव के लिए आए खर्च का भुगतान करना था। सभी लोगों को चौक स्थित सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया तो उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई और वास्तविक मां-बाप समेत सभी 4 लोगों का बयान दर्ज किया। उनके समक्ष भी अतुल दुबे ने बच्चे का पालन-पोषण करने में असमर्थता जताई तो उन्होंने नवजात को अपनी सुपुर्दगी में ले लिया और लखनऊ स्थित बाल सुरक्षा संगठन भेज दिया है। और कहा कि अभी भी मामले की जांच की जा रही है।
अभी पूरी घटना के अनावरण के उपरांत तमाम बातें साफ नहीं हो सकी है। अभी तक हुए खुलासे में काजल दुबे पत्नी अतुल दुबे का प्रसव देवांश हॉस्पिटल में ही होना पाया गया है। जबकि, अस्पताल संचालिका द्वारा इससे इनकार कर रहा है।
प्रभारी निरीक्षक अश्वनी पांडे का कहना है कि उन्होंने किन परिस्थितियों में ऐसा बयान दिया, इसकी जांच की जा रही है। पुलिस अब इन बिंदुओं पर जांच कर रही है कि महिला का ऑपरेशन कहां पर हुआ था, कहीं बच्चे को अस्पताल प्रशासन द्वारा तो नहीं बेचा गया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कई गंभीर आरोप भी लगते रहे हैं, ऐसे में पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है।