देवी गीतों से गूंज उठा तुलसी उद्यान, झूमे श्रद्धालु।
अयोध्या। अयोध्या श्रीरामनगरी में संस्कृति विभाग द्वारा तुलसी मंच पर आयोजित रामोत्सव में उप्र लोक एवम जनजाति संस्कृति संस्थान लखनऊ के निदेशक अतुल द्विवेदी के निर्देशन में कार्यक्रम जारी है। सबसे पहले प्रयागराज से आए बरमदीन यादव और साथियों के दल ने पारंपरिक बिरहा में राम वनवास का प्रसंग सुनाया। राजा दशरथ की राजधानी, कैकेई ने प्रतिज्ञा है ठानी , गाकर कलाकारो ने सभी को मोह लिया। अगली प्रस्तुति में प्रतापगढ़ से आई लोक गायिका डाॅ. नीलम शर्मा ने नवरात्रि के आगमन पूर्व देवी गीत सुनाकर आराधना की, मईया कईली रतन श्रृंगार, वही निमिया तले तो वातावरण में आध्यात्मिकता पसर गई। प्रभु राम की स्तुति त्रिभुवन बिधित,अवध जेकर गउवा की।राम जन्म पर बधाइयां प्रस्तुत किया। कलाकारों ने जगदंबा दयाल भई देवी गीत गाकर नवरात्रि की शुभकामनाएं सभी को दी।
गोंडा से आई शेफाली पाण्डे के दल ने इसके बाद सिया मांगे अयोध्या का राज गाकर सरयू मां की आराधना की। पारंपरिक सोहर खनन खनन बाजे कंगनवा, राजा दशरथ जी के अंगनवा गाकर सभी को जन्मोत्सव के उल्लास के रंग दिया। शबरी की भक्ति को दर्शको से जोडते हुए गाया प्रेमवा के बसे भगवान हो, शबरी के घर आए गाकर सभी को भावुक कर दिया। संचालन आकाशवाणी के देश दीपक मिश्र ने किया। कलाकारों का सम्मान समन्वयक अतुल कुमार सिंह ने स्मृति चिह्न प्रदान करके किया।