दबंगों द्वारा हरे-भरे शीशम के पेड़ काटे जाने के मामले केस दर्ज



============== कुमारगंज वन रेंज अंतर्गत इनायत नगर थाना क्षेत्र के मलेथू बुजुर्ग गांव में दबंगों द्वारा 100 शीशम के हरे भरे पेड़ों को बिना परमिट के काट कर गिरा दिए जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। पीड़ित की शिकायतों के बाद आखिरकार अवैध कटान में संलिप्त कुमारगंज वन रेंज के बीट प्रभारी ने मामले में दर्जनों सहित गांव के ही अमरनाथ उर्फ शिवपूजन यादव के विरुद्ध वन संरक्षण अधिनियम के तहत इनायत नगर थाने में एफआईआर दर्ज करा दिया है।
बताते चलें कि हैरिंग्टनगंज चौकी क्षेत्र के मलेथू बुजुर्ग गांव के पूरे टूड़ी निवासी श्याम बरन पुत्र छोटूराम ने इनायत नगर थाना पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया था कि वह गाटा संख्या 3179 का संक्रमणीय भूमिधर है और मौके पर काबिज एवं दखील है। जिसमें उसके पुराने डेढ़ सौ शीशम के हरे भरे पेड़ भी खड़े हैं। गांव में चकबंदी प्रक्रिया चल रही है। जिसमें उनके गांव के शिव पूजन पुत्र स्वामी प्रसाद द्वारा चालाकी व बेईमानी से अपना चक उनके मूल गाटे पर बनवा दिया गया है। पीड़ित का आरोप था कि जानकारी के बाद उसने उपसंचालक चकबंदी न्यायालय में निगरानी भी दायर कर रखी है। गांव में कब्जा परिवर्तन का कार्य चकबंदी विभाग की ओर से चलाया जा रहा है। जिसमें चकबंदी लेखपाल एवं कानूनगो द्वारा बिना उनकी मौजूदगी के पैमाइश कर दी थी। इस बीच रात में चोरी से शिवपूजन पुत्र स्वामी प्रसाद द्वारा 100 शीशम के पेड़ों को मशीन से कटवा कर गिरा दिया गया था। जानकारी पाकर जब वह मौके पर पहुंचा था तब उसने तुरंत 112 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दी थी। पीआरबी पुलिस टीम के मौके पर पहुंचते ही लकड़ी काट रहे लोग मौके पर ही लकड़ी छोड़कर भाग निकले। तब से वह मामले में कार्यवाही के लिए इनायत नगर थाने व हैरिंग्टनगंज पुलिस चौकी तथा वन विभाग कार्यालय का चक्कर लगा रहा था। किंतु पुलिस और वन विभाग दोनों प्रकरण में कार्यवाही से कतरा रहे थे। मामले में पीड़ित द्वारा पुलिस एवं वन विभाग के उच्चाधिकारियों से शिकायत किए जाने के बाद कुमारगंज वन रेंज में तैनात बीट प्रभारी फॉरेस्ट गार्ड दीपक शुक्ला इनायत नगर थाने पहुंचे और मामले में अमरनाथ उर्फ शिवपूजन यादव पुत्र स्वामीनाथ यादव निवासी ग्राम विश्वनोहर कोतवाली बीकापुर सहित दो दर्जन अज्ञात लोगों के विरुद्ध धारा वन संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज करा दिया है। बिना परमिट के अवैध रूप से काटी गई शीशम की लकड़ी भी शिकायतकर्ता के सुपुर्द कर दी गई है।