तेंदुए जैसे जानवर के पदचिह्न मिलने से पसरा सन्नाटा, समूह बनाकर ही घर से बाहर निकल रहे लोग |
कैंट क्षेत्र के छावनी इलाके में जंगली जानवर के पदचिह्न मिलने की सूचना के बाद से शहर में खलबली मची हुई है। छावनी परिषद के एहतियात बरतने की अपील का असर दूसरे दिन मंगलवार को साफ-साफ दिखा। सुबह उठकर मॉर्निंग वाक करने वाले लोग मिलिट्री मंदिर तक टहलने व दौड़ने नहीं गए। स्कूल जाने वाले बच्चे भी टोलियां बनाकर निकले या फिर अभिभावकों के साथ पहुंचे। हालांकि वन विभाग अभी भी तेंदुए के होने की पुष्टि नहीं कर रहा है, लेकिन पदचिह्न मिलने के बाद तलाश में पांच टीमें लगाई गई हैं।
बताते चलें कि छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी यशपाल सिंह की ओर से सोमवार को एक पत्र भी जारी किया गया था, जिसमें महात्मा गांधी मार्ग मीरनघाट के समीप किसी जंगली जानवर (तेंदुए) के पदचिह्नों के निशान मिलने का अलर्ट जारी किया था। इसके अलावा छावनी क्षेत्र में रहने वाले कुछ लोगों ने भी इलाके में तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि की थी। इसे लेकर सतर्कता की अपील जारी की गई।
मुख्य अधिशासी अधिकारी ने बताया कि वन प्रभाग द्वारा जंगली जानवर को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए जब तक वह पकड़ा नहीं जाता तब तक कोई भी अकेले व पैदल छावनी क्षेत्र में टहलने व आने जाने से परहेज करे। इसके अलावा स्कूली बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें। रात में भी लोगों को न निकलने की सलाह दी गई। हसनू कटरा निवासी अतुल ने बताया कि वह रोज मिलिट्री मंदिर, गुप्तार घाट तक टहलने जाते थे, लेकिन जंगली जानवर के आने की सूचना के बाद उन्होंने अपना रास्ता ही बदल दिया।
इसी मोहल्ले के कमलाकांत ने बताया कि वह मॉर्निंग वॉक पर ही नहीं निकले। खोजनपुर निवासी ब्रह्म द्विवेदी ने बताया कि उनकी बेटी रोज साइकिल से कनौसा स्कूल पढ़ने जाती थी, लेकिन सूचना मिलने के वह खुद स्कूटी से बेटी की छोड़कर आए। साथ ही बेटे को भी आर्मी स्कूल में जाकर छोड़ा।