तुलसी उद्यान में जन्मोत्सव की संगीतमई प्रतीक्षा, परंपराओं के स्वर से गुंजित है तुलसी मंच।
अयोध्या। अयोध्या श्रीरामनगरी में तुलसी मंच पर चल रहे रामोत्सव के मंच पर परंपरागत लोकगीतों, लोक नृत्यों के साथ श्रीरामलला की आराधना कलाकार कर रहे है। शनिवार शाम गोंडा की लोकगायिका प्रगति त्रिपाठी ने अपने दल के साथ प्रस्तुति देकर शुभारंभ किया। प्राणप्रतिष्ठा की खुशियों को व्यक्त करते हुए राम भक्तो को लख लख बधाई गाया, तो दर्शक उमंगित हो गए। वहीं रामजन्म की प्रतीक्षा को स्वर दिया कौशल्या के जन्मे ललनवा तो वातावरण राममय हो गया। उनके साथ सह गायिकाओ में दामिनी जोशी, शालिनी गुप्ता, प्रज्ञा त्रिपाठी और रिया सिंह ने साथ दिया।
अगली प्रस्तुति देने के किए कंचन यादव के दल चेतना चैरिटेबल सोसाइटी कानपुर ने गणेश वंदना से आरम्भ किया। लोक भजनों पर लोक नृत्यों के माध्यम से इसके बाद कलाकारो ने राम जी के जीवन प्रसंगों को प्रस्तुत करके सभी को मुग्ध कर दिया। राम सिया राम, सियाराम जय जय राम की धुन पर कलाकारों के साथ दर्शक भी गाकर साथ देने लगे। इसके बाद बजाओ ढोल स्वागत में, मेरे घर राम आए है पर परंपरागत परिधानों में कलाकारों ने नृत्य प्रस्तुत किया। मोहक परिधानों और भाव भंगिमाओं से कलाकारों ने सभी को भक्तिभाव में डूबो दिया। भावनाओं के इसी प्रवाह को बढ़ाते हुए लखनऊ से आईं कलाकार गीतिका साहू के दल ने गणेश वंदना प्रस्तुत किया। इसके बाद श्रीरामलला के दर्शनों के बाद भी तृप्ति की पूर्णता की लालसा में गाया जरा देर ठहरो राम, अभी जी भरकर देखा नही है तो मानो सभी की भावनाओ को स्वर मिल गए हों। होली के रंग को अभी भी महसूस कराते हुए होली खेले श्रीरामलला से उनकी पहली होली के आह्लाद को प्रकट किया। अंत में जल पर भूमि,भूमि पर पर्वत गाया तो सभी राम रस में डूब गए।
संचालन आकाशवाणी के उद्घोषक देश दीपक मिश्र ने अपने अनूठे अंदाज में किया। उ.प्र.लोक जनजाति एवम संस्कृति संस्थान लखनऊ के निदेशक अतुल द्विवेदी के निर्देशन में कलाकारों का सम्मान स्मृति चिह्न प्रदान कर सुनील दीक्षित और इंजिनियर जय सिंह ने किया।