images 3 - तीन दिवसीय पिशाची मेला आज से शुरू हुआ।

तीन दिवसीय पिशाची मेला आज से शुरू हुआ।

अयोध्या उत्तर प्रदेश

 तीन दिवसीय पिचाशी मेला आज से शुरू हुआ।

images 3 - तीन दिवसीय पिशाची मेला आज से शुरू हुआ।

अयोध्या

अयोध्या श्रीरामनगरी में स्थित महान भ्रातृ भक्त योगिराज भरतजी की तपोस्थली नंदी ग्राम के समीप स्थित पिशाचमोचन कुण्ड पर तीन दिवसीय परम्परागत पिचाशी का मेला 7 अप्रैल से 9 अप्रैल तक आयोजित होगा। विशाल सरोवर भरतकुण्ड के पूरब दिशा में स्थित पिशाच मोचन कुण्ड और भरतकुण्ड पर मेले की तैयारियां पूर्ण हो गयी हैं। इस मेले में जिले के कोने-कोने से मेलार्थी एकत्रित होते हैं। आसपास के जिलों के श्रद्धालु भी मेले में स्नान व दर्शन-पूजन हेतु आते हैं।

भरतजी की तपोभूमि से सटे नंदीग्राम नामक पवित्र स्थल पर स्थित पिशाच मोचन कुंड में लोग स्नान कर मंदिर में दर्शन के साथ पुण्य लाभ अर्जित करेंगे। पिशाच मोचन कुंड की महिमा बड़ी ही निराली है। कहते हैं सौ बार काशी स्नान से जो पुण्य मिलता है उसकी पूर्ति पिशाच मोचन कुंड में एक बार ही स्नान करने से ही हो जाती है। भरत की तपोभूमि नंदीग्राम से सटे इस स्थान पर हर साल चैत्र कृष्ण चतुर्दशी को मेला लगता है। मान्यता है कि इस सरोवर में स्नान से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। श्रद्धालु स्नान के बाद भगवान के दर्शन, पिंडदान और गोदान करते हैं। पिचाशी के बारे में दो तरह की किंवदंतियां हैं , पहली यह कि लंका में युद्ध के दौरान जब मेघनाद के बाण से लक्ष्मण मूर्छित हो गए थे, तो हनुमान जी को संजीवनी बूटी लाने भेजा गया था। बूटी की पहचान न होने के कारण, वह पहाड़ उठाकर ही लंका की ओर चल पड़े। जब वे अयोध्या के ऊपर से जा रहे थे तो कुछ देर के लिए समूचे क्षेत्र में अंधकार छा गया। आसमान की ओर देखने पर किसी दानव शक्ति द्वारा अयोध्या पर आक्रमण किए जाने की आशंका में भरत जी ने बाण चला दिया। बाण लगने के कारण हनुमान जी पर्वत समेत धरती पर गिर गए थे। बताया जाता है कि जिस स्थान पर हनुमान जी गिरे थे वहां कुंड बन गया था। उसी को पिशाच मोचन कुंड के नाम से जाना जाता है। दूसरी किंवदंती है कि लंका विजय के बाद भगवान श्रीराम ब्रह्मा हत्या के पाप से मुक्त होने से लिए पिशाच मोचन कुंड में स्नान किया। इस कारण पिशाच मोचन कुंड की मान्यता है कि न सौ काशी न एक पिशाची।

श्रीरामनगरी अयोध्या में 22 जनवरी को सम्पन्न हुए श्रीरामलला मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा को देखते हुए इस बार मेले में भारी भीड़ होने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *