अयोध्या के स्टेशन राम मंदिर मॉडल की तर्ज पर बनेंगे, जिले के 14 स्टेशनों को हाईटेक बनाने के लिए 360 करोड़ रुपए होंगे खर्च|
अयोध्या|
उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार अयोध्या को विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। राम मंदिर के साथ राम नगरी में कई करोड़ों की परियोजनाएं भी चल रही है। सरकारें अयोध्या आने वाले पर्यटकों को सभी सुविधांए मिले इसका पूरा ध्यान रख रही है। ताकि श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को अयोध्या में प्रवेश करते हुए राम नगरी का एहसास हो।
इसलिए केंद्र सरकार राममंदिर मॉडल की तरह ही जिले के सभी 14 स्टेशनों का भवन बनाने की योजना तैयार किया है। इन स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं बढ़ाने का खाका तैयार किया जा चुका है।
अयोध्या जंक्शन के बाद और सरकार अयोध्या कैंट स्टेशन को भी हाईटेक बनाने जा रही है। इसके लिए शासन को 360 करोड़ का प्रस्ताव भी भेजा गया है। रामनगरी में राममंदिर निर्माण के साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पर्यटन विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 2022 में अभी तक तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक अयोध्या राम लाल के दर्शन के लिए पहुंच चुके है। देश विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक रेलवे के माध्यम से अयोध्या पहुंचे है।
ऐसे में यात्री सुविधाएं बढ़ाने की दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है। मंदिर मॉडल की तर्ज पर ही जहां अंतरराष्ट्रीय मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट का निर्माण कार्य चल रहा है। अयोध्या रेलवे स्टेशन का काम भी 90 प्रतिशत पूरा किया जा चुका है। रेलवे स्टेशन का पूरा काम 2023 के अंत तक पूरा होगा। इसके साथ ही रेलवे अब जिले के हर रेलवे स्टेशन को अयोध्या स्टेशन की तरह ही विकसित करने की योजना है।
इन सभी स्टेशनों का नया भवन मंदिर मॉडल की तरह होगा। आधुनिक सुविधाओं से लैस कर यात्रियों के लिए यहां सुविधाएं बढ़ाई जाने की तैयारी। इसी क्रम में अयोध्या-कैंट स्टेशन के रिमॉडलिंग के लिए 360 करोड़ का प्रस्ताव भी भेजा चुका है। इस स्टेशन के नए भवन में राम मंदिर की झलक दिखेगी। प्लेटफार्म की संख्या बढ़ाई जाएगी अन्य आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएगी। वहीं रामघाट हाल्ट रेलवे स्टेशन के दोहरीकरण और सुंदरीकरण का काम जल्द शुरू होने जा रहा है। इसे भी भव्य रूप देकर यहां सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।
अभी अयोध्या आने का सबसे बड़ा माध्यम रेल ही है। हर रोज हजारों श्रद्धालु अयोध्या आते हैं। इसमें 58 फीसदी श्रद्धालु ट्रेनों के माध्यम से ही आते हैं। रेल मार्ग से मंदिर बनने के बाद इनकी संख्या कई गुना बढ़ जाएगी। ऐसे में भीड़ प्रबंधन की योजना पर भी काम हो रहा है।
योजना बन रही है कि लखनऊ से आने वाले यात्रियों को कैंट स्टेशन, अंबेडकरनगर की ओर से आने वाले यात्रियों को अयोध्या स्टेशन व बस्ती, गोरखपुर, गोंडा से आने वाले यात्रियों के उतरने की व्यवस्था रामघाट हाल्ट स्टेशन पर की जाएगी। इससे भीड़ पर नियंत्रण किया जा सकेगा।
अयोध्या व कैंट स्टेशन के अलावा जिले के पटरंगा, रौजागांव, रुदौली, बड़ागांव, सोहावल, सलारपुर, दर्शननगर, बिल्वहरिघाट, अलनाभारी समेत सभी 14 रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने की तैयारी हो रही है। इसके साथ ही दरियाबाद व सैदखानपुर रेलवे स्टेशन को भी हाईटेक बनाने की योजना है।
सांसद लल्लू सिंह ने बताया कि अयोध्या को केंद्र सरकार विश्व स्तर पर्यटन नगरी बना रही है। यहां आने वाले पर्यटकों को सभी सुविधाएं मिले इसका पूरा ध्यान दिया जा रहा है। अयोध्या में स्टेशन बनकर तैयार हो गया है, जो पूरी तरह वातानुकूलित है। पर्यटक के ठहरने से लेकर हर प्रकार की व्यवस्था स्टेशन पर उपलब्ध है।