जिला महिला अस्पताल में महिला की मौत का मामला।
अयोध्या।
अयोध्या जिले में जिला महिला चिकित्सालय में दर्द से परेशान पीड़िता निशा मिश्रा की समय पर उचित इलाज न मिलने से हुई मौत के मामले की जांच के लिए गठित कमेटी ने बृहस्पतिवार को आरोपी महिला चिकित्सक और चार स्टाफ नर्सों के बयान दर्ज किये। अपर निदेशक ने इस मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित की है। जांच कमेटी अब महिला को रेफर करने वाले श्रीराम अस्पताल के डॉक्टर समेत पीड़ित पक्ष का बयान लेने की कोशिश में जुटी है।बस्ती जिले के रामपुर कलवारी के रहने वाले अखिलेश मिश्र ने अपनी पत्नी को पेट दर्द की शिकायत पर जिला महिला चिकित्सालय अयोध्या में भर्ती कराया गया था। आरोप है कि सात घंटे तक महिला पेट दर्द से कराहती रही लेकिन कोई चिकित्सक उसे देखने नहीं आया। इलाज के अभाव में महिला की मौत हो गई।
इस मामले का वीडियो महिला की मौत के 36 घंटे बाद वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. पवन कुमार अरुण ने बुधवार को एडीएम सलिल कुमार पटेल व सीएमओ के साथ महिला अस्पताल पहुंच कर इस मामले की जांच की थी। उन्होंने तत्काल प्रभाव से आरोपी महिला चिकित्सक डॉ. फरहीन परवेज, स्टाफ नर्स मीरा गौतम, कुमकुम व संगम को अपने कार्यालय से अटैच कर दिया गया था। सभी ने एडी के कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कमेटी ने बृहस्पतिवार को आरोपी डॉक्टर व तीन स्टाफ नर्सों के साथ एक अन्य नर्स का बयान दर्ज किया।
अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य ने बताया कि बृहस्पतिवार को जांच पूरी नहीं हो पाई है। महिला को रेफर करने वाले श्रीराम अस्पताल के डॉक्टर और पीड़ित पक्ष के बयान होना अभी बाकी हैं। पीड़ित पक्ष ने बयान दर्ज कराने के लिए दो दिन का समय मांगा है। इसके बाद ही कमेटी अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी। आगे की कार्रवाई इसी रिपोर्ट के आधार पर तय होगी।