जमीनी विवाद में संतों के बीच चली लाठियां , मुकदमा दर्ज।
अयोध्या।
अयोध्या श्रीराम नगरी में सुलभ शौचालय के टैंक के ऊपर गिमटी रखने और उसे रोकने को हनुमानगढ़ी की हरिद्वारी पट्टी और माधुरी कुंज के संतों के बीच लाठियां चलीं। घटना में माधुरी कुंज के महंत सहित दो अन्य लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। आसपास के लोग उन्हें श्री राम अस्पताल ले गाए। जहां प्राथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
घटना को लेकर अयोध्या के राम जन्मभूमि थाने में 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। इस घटना के बाद पुलिस ने आसपास के क्षत्रों में सर्तकता बढ़ा दी है। थानाध्यक्ष मणिप्रसाद शुक्ल ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
घटना का मुकदमा महंत वैदेही शरण की ओर से दर्ज कराया गया है। इसमें हनुमानगढ़ी के संत राम आशीष दास,अनिरुद्ध दास और तीन अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। इन सभी पर भादिवि की धारा 147, 308, 323, 504 और 506 के तहत कार्यवाही की गई है। पीड़ित महंत ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि हनुमानगढ़ुी के हरिद्वारी पट्टी के महंत मुरली दास के शिष्य राम अशीष दास और अनिरुद्ध दास ने मेरे मंदिर के सेफ्टी टैंक के ऊपर गिमटी रखवाना चाहा जिसका विरोध मैं और मेरे भाई महंत राजबहाुदर शरण के करने पर लाठी,डंडा, ईंट और राड से हमला कर दिया।
इस घटना में अनिल कुमार यादव और अभिषेक मिश्र घायल होकर बेहोश हो गए हैं। इसके बाद विपक्षी हनुमानगढ़ी के संत जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। मुहल्ले के लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
रामपथ के चौड़ीकरण के बाद आसपास की शेष बची भूमि पर दुकान लगाने को लेकर कई स्थानों पर आए दिन विवाद हो रहा है। ऐसे स्थानों के आसपास के दबंग लोग गिमटी रखवाने या दुकान लगवाने के नाम पर 5 हजार से 20 हजार रूपए हर माह की वसूली कर रहे हैं। पुलिस अपनी सक्रियता व ऐसे लोगों के प्रभाव के कारण मूक दर्शक बनी रहती है।
हनुमानगढ़ी,कनक भवन और नागेश्वर नाथ और राम की पैड़ी, नयाघाट आदि स्थानों पर यह खेल जारी है। कहीं पुलिस मुस्कराते हुए मौन समर्थन कर रही है तो कहीं हनक दिखाने का नाटक चल रहा है। इस खेल में अयोध्या में हर माह करोड़ों का वारा-न्यारा चल रहा है।