चौक के चारों एतिहासिक प्रवेश द्वारों का होगा सौन्दर्यीकरण।
अयोध्या।
अयोध्या जिले के जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि चौक स्थित अयोध्या के चारों ऐतिहासिक प्रवेश द्वारों के संरक्षण एवं सौन्दर्यीकरण कार्य हेतु प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति शासन से प्राप्त हो गयी है। शासन द्वारा चारों ऐतिहासिक प्रवेश द्वारों को ऐतिहासिक निर्माण तकनीकों, वास्तुकला एवं सामग्रियों राफ्टर्स के साथ लखौरी ईंट और चूना मोर्टार आदि का उपयोग करते हुये संरक्षित किया जायेगा। इनके अनूठी वास्तुशिल्पीय मूल्यों एवं रचनात्मक कलाकृतियों को संरक्षित करने के साथ ही और भव्यता एवं आकर्षक स्वरूप प्रदान करने हेतु फसाड लाइटिंग भी की जायेगी।
उन्होंने बताया कि चारों ऐतिहासिक प्रवेश द्वारों के संरक्षण एवं सौंदर्यीकरण हेतु शासन द्वारा 1518.30 लाख रुपए की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान किये जाने के साथ ही प्रथम किश्त के रूप में 300 लाख रुपए की धनराशि नियमानुसार अवमुक्त करने की स्वीकृति प्राप्त हो गयी है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बताया कि सरयू नदी के दायें तट पर गुप्तारघाट व राजघाट के मध्य नये पक्कें घाटों एवं पूर्व निर्मित घाटों पर पुनरोद्धार हेतु भी शासन द्वारा 2388.87 लाख रुपए की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान होने के साथ ही प्रथम किश्त के रूप में 500 लाख रूपये की धनराशि नियमानुसार अवमुक्त किये जाने की स्वीकृति प्राप्त हो गयी।
साथ ही अयोध्या में सरयू नदी के नयाघाट से लक्ष्मणघाट तक पर्यटन सुविधाओं के विकास एवं सौन्दर्यीकरण कार्य हेतु 2328.80 लाख रूपये की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्राप्त हो गयी है और 500 लाख रूपये की धनराशि प्रथम किश्त के रूप में नियमानुसार अवमुक्त करने की भी स्वीकृति प्राप्त हो गयी।
इसी के साथ ही शासन द्वारा अयोध्या सरयू नदी पर राम की पैड़ी से राजघाट तक, राजघाट से भगवान श्रीराम मंदिर तक श्रद्वालु भ्रमण पथ का सुदृढ़ीकरण एवं जीर्णोद्धार कार्य की भी वित्तीय एवं प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है।
जिलाधिकारी श्री नितीश कुमार ने आगे बताया कि उक्त सभी स्वीकृत कार्यो की कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड नामित की गयी है। जिलाधिकारी द्वारा प्रोजेक्ट मैनेजर उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड को उक्त सभी कार्यो को शीघ्र प्रारम्भ किये जाने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।