ग्रीन कारीडोर में तब्दील रहा राष्ट्रीय राजमार्ग, कड़े सुरक्षा घेरे में रहा धर्मपथ।
अयोध्या।
अयोध्या श्रीराम नगरी में श्रीरामलला के प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली बार परिवहन निगम की विशेष बसों से श्रीरामलला का दर्शन-पूजन करने आ रहे सरकार और विधायिका के सदस्यों की सुरक्षा और सहूलियत के लिए जिला पुलिस और प्रशासन की ओर से लखनऊ हाइवे ग्रीन कॉरिडोर में तब्दील रहा। पूरे हाइवे के चौक-चौराहों से लेकर कट पर सुरक्षाबलों की ड्यूटी लगाई गई थी और काफिले के गुजरने के पूर्व वाहनों को किनारे करवा मार्ग खाली रखने की जिम्मेदारी संबधित थाना पुलिस के साथ डायल 112 पीआरवी दस्तों को सौंपी गई थी। अधिकारियों ने कई घंटे पूर्व ही क्षेत्र की सुरक्षा और व्यवस्था का जायजा लेकर जरूरी हिदायत दी थी।
अक्सर मंत्री-विधायक जनपद दौरे पर लग्जरी वाहनों से आते हैं लेकिन प्राण-प्रतिष्ठा के बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन और मुख्यमंत्री की ओर से बजट सत्र के बाद मंत्रियों और विधायकों को श्रीरामलला के सामूहिक दर्शन के लिए आमंत्रित किया था, जिसको लेकर सभी को लाने और ले जाने के लिए लखनऊ और प्रयागराज डिपो की लग्जरी में शुमार 10 स्कैनिया व वोल्बो बसों की व्यवस्था की गई थी।
शासन के निर्देश पर जिला पुलिस और प्रशासन की ओर से मंत्रियों-विधायकों को ला रही इन बसों के सुचारु व सुरक्षित आवागमन के लिए लखनऊ हाइवे पर संबंधित लेन को ग्रीन कॉरिडोर में तब्दील किया गया। संबंधित क्षेत्र में बसों के काफिले के पहुंचने के आधा घंटे पहले मुख्य मार्ग और टोल प्लाजा तथा चौराहों को वाहनों और लोगों से खाली करवा लिया गया। हाइवे पर वीआईपी मूवमेंट के चलते मुख्य मार्ग पर सन्नाटे का माहौल रहा तो संपर्क मार्गों पर वाहनों की कतार लगी रही।
मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष तथा प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल समूह और विभिन्न दलों के विधायकों के श्रीरामलला के दर्शन-पूजन कार्यक्रम को लेकर रविवार को धर्मपथ और वीआईपी आगमन मार्ग के साथ रामपथ का संबंधित इलाका कड़े सुरक्षा घेरे में रहा। सीएम के पुणे से वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचने और श्रीरामलला का दर्शन-पूजन के बाद वापस लखनऊ लौटने के समय से आधे घंटे पूर्व लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राममार्ग पर वाहनों का आवागमन रोक दिया गया।
जिसके चलते प्रयाग माघ मेले से श्रद्धालुओं को लेकर लौट रहे वाहनों तथा हाइवे पर आवागमन करने वाले वाहनों की लंबी कतार लगी रही। सीएम की कारों और लखनऊ से मंत्रियों व विधायकों को लेकर आने वाली रोडवेज की वोल्बो व स्कैनिया बसों के काफिले को महोबिरा बाईपास के रास्ते वाया टेढ़ी बाजार से वीआईपी दर्शन मार्ग के रास्ते मंदिर परिसर तक पहुंचाने और वापस भेजने के लिए पूरे मार्ग पर सुरक्षाबलों के साथ निगरानी के लिए अधिकारियों की तैनाती की गई थी।