किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त करने के लिए किसान दर दर भटक रहे हैं।लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।नौ माह में चार बार हल्का लेखपाल को राजस्व अभिलेख व आधार कार्ड उपलब्ध कराने के बाद भी किसानों को कुछ नहीं मिला।कई किसानों ने जब इसकी खोजबीन की तो पता चला कि बेबसाइट पर आधार नम्बर और बैंक एकाउंट फीडिंग में गड़बड़ी की गई है।अब उसमें संशोधन भी नहीं हो पा रहा है।जिले पर स्थित उपकृषि निदेशक कार्यालय तक प्रतिदिन सैकड़ों किसान चक्कर लगाकर मायूस होकर लौट रहे हैं।वहाँ का लिपिक भी किसानों को पहाड़ा पढ़ाकर वापस भेज देता है।
मिल्कीपुर तहसील में गलत फीडिंग की वजह से प्रशासन काफी किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं दे पाया है।रोजाना सैकड़ों किसान तहसील कार्यालय से लेकर जिले पर स्थित उपकृषि निदेशक कार्यालय तक चक्कर लगाते रहते हैं।कई किसानों ने बताया कि उन्होंने फीडिंग के लिए बिचौलियों के माध्यम से तहसील कार्यालय में सौ-सौ रुपये घूस दिए थे। लेकिन उसके बाद भी पैसा नहीं मिला है।
ग्राम घुरेहटा,आदिलपुर,पाराताजपुर, उरुवा वैश्य, मलेथू बुजुर्ग,पलिया प्रतापशाह,परसपुर सथरा सहित दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसानों ने बताया कि पिछले नौ माह में तीन-चार बार हल्का लेखपाल को समस्त अभिलेख दिए परन्तु खाते में पैसा नहीं आया। दर्जनों किसानों का आरोप है कि फीडिंग में की गई लापरवाही की वजह से उन्हें किसान सम्मान निधि से वंचित रहना पड़ रहा है। गांवों में अभी बड़ी संख्या में लोग किसान सम्मान निधि के लाभ से वंचित हैं।कई किसानों ने बताया कि वेवसाइट पर रजिस्ट्रेशन बता रहा है। लेकिन गलत फीडिंग की वजह से धनराशि खाते तक नहीं पहुंच रही है।ग्राम सेमरा में रामशंकर सहित दर्जनों किसान लाभ से वचिंत हैं।