मतदान से ठीक पहले 2 मई को तारुन के रहने वाले बाबूराम व रुदौली के रहने वाले दीनदयाल यादव की एक कमेंट हुई थी वायरल
आचार संहिता लगते ही यादव महासभा की बैठक में सपा के पूर्व ब्राहमण मंत्री के खिलाफ की गयी बयानबाजी नितेश सिंह ब्यूरो रिपोर्ट अयोध्या
फैजाबाद लोकसभा में सवर्ण भाजपा के समर्थन में एकजुट थे। आमतौर पर मतदान के दिन घर से न निकलने वाले सवर्णो ने इस बार वम्पर वोटिंग का फैसला लिया। इसके पीछे कई कारण थे। सबसे बड़ा कारण था कि सपा के कार्यकर्ता लगतार लगातार सोशल साईट पर सवर्णो के खिलाफ कमेंट कर रहे थे। 2 मई को ऐसी ही एक बेहद अपत्तिजनक कमेंट तारुन निवासी बाबूराम व रुदौली निवासी दीनदयाल यादव की फेसबुक से वायरल हुई।
इसमें सवर्णो ने खासा रोष भी जताया। मामले में 7 मई को मामले में मुकदमा भी पंजीकृत हुआ। आचार संहिता लगते ही यादव महासभा की बैठक में सपा के पूर्व मंत्री तेजनारायन पाण्डेय के खिलाफ बयानबाजी की गयी।
लगातार सवर्णो को निशाना बना रहे सपाईयों को शायद इस बात अंदाजा नहीं था कि वह दूसरे पक्ष को वोटों को लामबंद कर रहे है। यहां सपा के कार्यकर्ता अपना तथा बसपा के वोटों को जोड़कर जीत की कामना कर रहे थे। परन्तु उन्हें शायद इस बात का आभाष नहीं था कि सारे पिछड़े तथा दलित भी उनके साथ नहीं है। इसका प्रभाव यह रहा है कि भाजपा पिछड़ो तथा दलित वोटों में सेंध लगाने के साथ सवर्णो के बम्पर वोटिंग का लाभ पायी।
दलित एक्ट में संसोधन को लेकर भाजपा का विरोध करने वालों को भी इन्हीं कमेंटो ने किया एकजुट :
चुनाव के कुछ महीने पहले अयोध्या जिले में दलित एक्ट में हुए संसोधन को लेकर बड़ा विरोध देखा गया। सवर्णो का एक खेमा भाजपा के पूरी तरह से खिलाफ था। चुनाव तक इस खेमे के द्वारा भाजपा का विरोध किया जाता रहा। परन्तु चुनाव के ठीक पहले लगातार सवर्णो के खिलाफ आ रहे कमेंट ने उन्हें भी एकजुट कर दिया। ये सारे नेता भाजपा के समर्थन में खडे नजर आये। वोट के साथ सभी ने भाजपा के समर्थन में प्रचार भी किया।