किसानों ने उप कृषि उपनिदेशक कार्यालय में जड़ा ताला, 2 माह से किसान दिवस का आयोजन ना होने से आक्रोशित किसानों ने किया प्रदर्शन|
अयोध्या|
जिले में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने उप कृषि उपनिदेशक कार्यालय में ताला लगा दिया। किसान पदाधिकारियों का आरोप है कि पिछले 2 महीने से किसान दिवस आयोजन नहीं किया गया। जिससे वे आहत है। आरोप यह भी है की किसानों की समस्याओं पर सक्षम अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है। इस दौरान किसानों ने उपनिदेशक कार्यालय के बाहर बर्तन लेकर बैठकर एक भी मांगी।
आक्रोशित भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने पूर्व सूचना देकर कृषि भवन उपनिदेशक कृषि के कार्यालय के समक्ष पंचायत लगाई शाम 2:30 बजे तक अधिकारियों के न आने पर आक्रोशित भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं /पदाधिकारियों ने कृषि भवन के मुख्य द्वार को बंद करते हुए उसके समक्ष बैठकर धरना शुरू कर दिया खबर लिखने तक किसी अधिकारी के पहुंचने की खबर नहीं है और धरना जारी है।
धरनाकारियो को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव घनश्याम वर्मा ने कहा कि उपनिदेशक कृषि की सोची समझी साजिश का परिणाम है कि लगातार दो माह से किसान दिवस स्थगित किया जा रहा है। किसान दिवस स्थगित करके किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। पिछले वर्षों से गेहूं के बीज का सब्सिडी अभी तक नहीं मिला है। कृषि विभाग द्वारा कृषि यंत्रों की सब्सिडी पाने हेतु पोर्टल खोलने की जानकारी मात्र अधिकारियों द्वारा अपने दुकानदार एजेंटों को ही बताया जाता है, जिसके कारण पात्र किसानों को लाभ नहीं मिल पाता केवल कमीशन देने वालों को ही लाभ मिलता है। वर्मा ने कहा कि किसान मेला हेतु हुए टेंडर में उपनिदेशक कृषि द्वारा बड़ा खेला किया गया है। कमीशन लेकर अधिक दर पर बोली लगाने वाले को टेंडर दिया गया है।
जिला अध्यक्ष सूर्य नाथ वर्मा ने कहा कि अपराहन 11:00 बजे से शांतिपूर्ण ढंग से पंचायत किया जा रहा है। सूचना होने के बावजूद भी कृषि विभाग का कोई अधिकारी पंचायत में न आने के कारण मजबूरी में मुख्य द्वार को बंद करना पड़ा है। और समस्या समाधान न होने तक तालाबंदी चलती रहेगी। आंदोलन में युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष भागीरथी वर्मा, जिला उपाध्यक्ष राम गणेश मौर्य, रंजीत कोरी, सती प्रसाद वर्मा, देवी प्रसाद वर्मा, राजेश मिश्रा, संतोष वर्मा, महेंद्र वर्मा, भोला सिंह, टाइगर जगन्नाथ पटेल, बाबूराम तिवारी, नितेश सिंह, नाथूराम यादव, राम जगत यादव, जगदीश यादव, रविंद्र, उर्मिला निषाद, राधा देवी, शांति देवी, रिंकू अली फूल माता देवी सुकई दास आदि सैकड़ों लोग शामिल रहे।