किशोरियों को अब मुफ्त में दिलाई जाएगी शिक्षा-एस डी एम
तीन दिवसीय सखी सहेली कार्यक्रम का हुआ समापन।
नितेश सिंह रुदौली, अयोध्या
बुधवार को विकास खंड मवई समेकित बाल विकास परियोजना कार्यालय में चल रहा तीन दिवसीय सखी सहेली परशिक्षण एस डी एम रुदौली ने किशोरियों को पुरस्कार देकर कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन कराया ।
रुदौली उपजिलाधिकारी विपिन कुमार सिंह ने समेकित बाल विकास परियोजना कार्यालय मवई में चल रहे तीन दिवसीय सखी सहेली परिशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर किशोरियों को जानकारी दिया कि जो भी किशोरी विद्यालय न गयी हो और उसकी उम्र 11 वर्ष से लेकर 19 वर्ष हो और वह शिक्षा ग्रहण करना चाहतीं तो सरकार उनको मुफ्त में पूरी पढ़ाई का खर्च उठाएगी वह चाहे निजी विद्यालय हो सरकारी।क्योंकि अब गांव की दशा व दिशा में बदलाव लाने का जिम्मा आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ साथ सखी व सहेली के कंधों पर भी होगा।सखी व सहेली गांव की महिलाओं, किशोरियों को स्वास्थ्य, पोषाहार व पोषण,शिक्षा तथा कानून की जानकारी देंगी।ग्रामीण महिलाओं एवं किशोरियों में नई सोच व जागरूकता आने से ग्रामीण परिवेश में व्यापक परिवर्तन आएगा।
मवई ब्लाक के 167 आंगनबाड़ी केंद्रों से चयनित 27 किशोरियां सखी सहेलियां के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त किया।11 से 14 साल की ये सखी-सहेली प्रशिक्षण के उपरांत अपने गांव में किशोरी समूह के साथ मिलकर जागरूकता चलाने का कार्य करेंगी।तीन दिवसीय यह प्रशिक्षण महिला, बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से दी गयी है। इसके साथ ही सखी सहेलियों के पहले बैच का प्रशिक्षण के समापन पर किशोरियों को विफ़्स आयरन की टैबलेट, नैफ़क़ीन आदि का वितरण किया गया।प्रशिक्षक के रूप में तैनात स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी गिरजेश सैनी और किशोर किशोरी स्वास्थ्य के ब्लाक कॉर्डिनेटर राजीव यादव जो परिशिक्षण के मास्टर ट्रेनर थे ।
सीडीपीओ मवई सरिता सचान ने बताया कि मवई ब्लाक के 167 आंगनबाड़ी केंद्रों पर 224 किशोरियों को चिन्हित किया गया है।जिनके 9 समूह बनाए गए है।जिनमे से समूह की मुखिया 2 सहेली और 1 सखी को मिलाकर 27 सखी सहेलीयो को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।इस मौके पर मवई एडीओ पंचायत विकास चंद दुबे, सुपरवाइजर राजरानी पाल,ज्ञानवती यादव,अमिता वर्मा समेत अन्य किशोरियां मौजूद रही।