images 8 2 - इलाज़ के दौरान युवक की मौत से नाराज़ परिजनों ने किया जमकर हंगामा।

इलाज़ के दौरान युवक की मौत से नाराज़ परिजनों ने किया जमकर हंगामा।

अम्बेडकर नगर - उत्तर प्रदेश

इलाज़ के दौरान युवक की मौत से नाराज़ परिजनों ने किया जमकर हंगामा।

images 8 2 - इलाज़ के दौरान युवक की मौत से नाराज़ परिजनों ने किया जमकर हंगामा।

अम्बेडकरनगर।

अंबेडकरनगर जिले में इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया। हंगामा की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के परिजनों को किसी तरह समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। पुलिस द्वारा शव को नगपुर अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस बुलाया गया तो आधा घंटे तक एंबुलेंस का ड्राइवर ही नहीं आया। पुलिस की सख्ती पर ड्राइवर को बुलाकर नगपुर अस्पताल ले गई, जहां पर परिजनों के मना करने के बाद शव का पंचनामा कर परिजनों को सौंप दिया गया।

जलालपुर नगर क्षेत्र स्थित मेयो अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर हर सुविधाओं से लैस और विशेषज्ञ डॉक्टर से बेहतर इलाज का दावा करने वाले अस्पताल में फिर एक मौत हो गई। मौत से आहत जलालपुर कोतवाली क्षेत्र के मोलनापुर निवासी विजय बहादुर (पुत्र) लकडू ने बताया कि बीते शनिवार मेरे बड़े भाई चंद्रभान (पुत्र) लकडू का तबियत खराब हो गई थी।

जिसे नगर स्थित मेयो हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था। डाक्टरों ने बीमारी का इलाज करने का दावा करते हुए भर्ती कर लिया। लेकिन बीती रविवार रात मेरे भाई की तबीयत अचानक बहुत ज्यादा खराब होने लगी, मेरे भाई का पेट अचानक फूलने लगा पेशाब आना बंद हो गया और शरीर पीला पड़ने लगा। जिसे देख हम लोगों द्वारा डॉक्टरों को बुलाने लगे, लेकिन कई बार बुलाने के बाद डॉक्टर सुबह पहुंचे तब तक उनकी मौत हो गई।

मौत की खबर सुनते ही अन्य परिजनों में कोहराम मच गया और अस्पताल के बाहर परिजनों द्वारा समय पर डॉक्टर आने पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों ने यह भी बताया कि डॉक्टरों द्वारा इससे 3 दिन में 40 हजार रुपए वसूल लिए। लेकिन किसी प्रकार का आराम नहीं हुआ। हंगामा की सूचना पर पहुंचे जलालपुर पुलिस एंबुलेंस बलाकर नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगपुर ले चलने की बात कही। लेकिन काफी देर तक ड्राइवर न आने पर पुलिस ने सख्ती से अस्पताल संचालक से ड्राइवर को बुलाया गया। तब सरकारी अस्पताल ले गए। जहां सरकारी डॉक्टरों ने भी मृत घोषित कर दिया। जिस पर पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतु प्रक्रिया शुरू की तो परिजनों ने पोस्टमार्टम करने से साफ इनकार कर दिया।

जिस पर पुलिस ने शव का पंचनामा करते हुए मृतक के शरीर को परिजनों को सौंप दिया। इस संबंध में जलालपुर कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के पोस्टमार्टम हेतु परिजनों से वार्ता की गई लेकिन परिजनों द्वारा शव का पोस्टमार्टम हेतु साफ मना कर दिया। जिस पर पंचनामा करते हुए परिजनों को सौंप दिया गया। अभी तक परिजनों की तरफ से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायती पत्र मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।

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