आचार संहिता उल्लंघन में फंसे अयोध्या के रोडवेज सेवा प्रबंधक।
लखनऊ। लखनऊ आचार संहिता के दौरान कर्मचारियों से स्थानांतरण के लिए विकल्प मांगना रोडवेज के सेवा प्रबंधक को महंगा पड़ गया। बीते 14 मई को अयोध्या के सेवा प्रबंधक ने इस संबंध में पत्र जारी किया गया था, जिसका संज्ञान लिया गया है। निर्वाचन आयोग ने रोडवेज प्रशासन से मामले में जवाब तलब किया है। रोडवेज अफसरों ने बताया कि चुनावी आचार संहिता के दौरान ऐसा नहीं किया जा सकता था। इसके बावजूद अयोध्या क्षेत्र के सेवा प्रबंधक नीरज सोनकर ने 14 मई को क्षेत्र के सभी सीनियर फोरमैन, जूनियर फोरमैन, मैकेनिक आदि को क्षेत्र के तहत स्थानांतरण के लिए विकल्प देने के लिए पत्र जारी किया था। इसमें कहा था कि 27 मई तक तीन विकल्प कार्यालय भेजें। सोशल मीडिया पर पत्र के वायरल होने के बाद हलचल मच गई थी।