अस्पताल संचालक पर दर्ज होगा मुकदमा, बयान नहीं दर्ज कराने पर निजी अस्पताल के संचालक के खिलाफ हुई कार्रवाई।
अयोध्या।
अयोध्या जिले शिकायत के बाद जांच के दौरान बयान न दर्ज कराने के मामले में एक निजी अस्पताल संचालक के खिलाफ एफआईआर का आदेश हुआ है। सीएमओ ने इसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैरिंग्टनगंज के अधीक्षक को पत्र लिखा है।
अनिल कुमार नामक एक तीमारदार ने हैरिग्टनगंज क्षेत्र में संचालित अचल हॉस्पिटल के खिलाफ बीते दिनों सीएमओ कार्यालय में शिकायत की थी। आरोप था कि वह अपने बच्चे को निमोनिया होने पर अचल हॉस्पिटल ले गए थे। 20 नवंबर से 21 नवंबर तक 28,510 रुपये का बिल बना दिया गया। अगले दिन तक उसे अस्पताल में भर्ती रखा गया और 52,000 रुपये का बिल बना दिया गया। पैसे देने में असमर्थ होने पर उसका इलाज बंद कर दिया गया, जिससे बच्चे की हालत खराब हो गई। तीमारदार ने किसी तरह पैसों का इंतजाम करके जमा किया और बच्चे को लखनऊ में भर्ती कराया गया।
बीएएमएस डिग्रीधारक डॉ. संतोष कुमार ने एलोपैथिक पद्धति से इलाज किया और इलाज में लिए पैसों की रसीद नहीं दी। मामले में सीएमओ ने जांच बैठाई तो जांच अधिकारी ने अस्पताल का निरीक्षण किया। वहां पर लगा अस्पताल का बोर्ड गायब मिला।
तीमारदार ने संचालक डॉ. संतोष कुमार का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया, जिस पर संपर्क करके जांच अधिकारी ने बयान दर्ज कराने के लिए उन्हें बुलाया। कई बार मौका देने के बावजूद संचालक ने बयान नहीं दर्ज कराया, तो सीएमओ डॉ. पुष्पेंद्र कुमार ने नाराजगी जताई है।
उन्होंने सीएचसी हैरिंग्टनगंज के अधीक्षक को पत्र लिखकर लखनऊ के मौंदा निवासी आरोपी चिकित्सक डॉ. संतोष कुमार निषाद के खिलाफ अविलंब स्थानीय थाने में केस दर्ज कराने का निर्देश दिया है।