अयोध्या में 1808 जगहों पर विराजेंगी मां दुर्गा, 309 जगहों पर रामलीला का होगा मंचन|
अयोध्या|
शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से शुरू हो रहा है। इसी दिन से दुर्गा पूजा महोत्सव का आरंभ होगा। दुर्गा पूजा समितियां महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हैं। अयोध्या जनपद में 1808 स्थानों पर पंडाल सजाकर श्रद्धालु नवदुर्गा का पंडाल सजाया जा रहा है। महानगर में 304 स्थानों पर पूजा पंडाल सजाए जा रहे हैं। इसके अलावा जिले में 309 स्थानों पर रामलीला का मंचन किया जाएगा। अयोध्या में सबसे पहले 1972 में दुर्गा पूजा का आयोजन शुरू हुआ था।
फतेहगंज स्थित राम जानकी मंदिर व रामनगर छावनी में 50 वर्ष पूर्व दुर्गा पूजा का प्रारंभ हुआ था। पूजा पंडाल का शुभारम्भ श्री भगवान जायसवाल के नेतृत्व में किया गया। इसके बाद धीरे- धीरे जब पूजा समितियों की संख्या में वृद्धि होने लगी तो श्री भगवान जायसवाल ने सभी पूजा समितियों को मिलाकर एक केंद्रीय दुर्गा पूजा एवं रामलीला समन्वय समिति का गठन कर लिया। केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति का गठन वर्ष 1978 में हुआ। तब से अयोध्या में आयोजित होने वाला दुर्गा पूजा महोत्सव लगातार भव्य रूप लेता जा रहा है।
राम जानकी मंदिर फतेहगंज इस बार स्वर्ण जयंती वर्ष मनाने जा रहा है। नवयुवक क्रांतिकारी संघ राम जानकी मंदिर की ओर से आयोजित होने वाले शारदीय दुर्गा पूजा महोत्सव में बाबा अमरनाथ की झांकी की थीम पर पूजा पंडाल तैयार किया जा रहा है। समिति के अध्यक्ष अशोक गुप्त ने बताया कि यहां ज्ञानवापी, राम दरबार, महिषासुर मर्दिनी की झांकी के साथ झरना व पहाड़ का श्रद्धालु दर्शन करेंगे।
मर्यादा पुरुषोत्तम की नगरी में इस बार दुर्गा पूजा महोत्सव को लेकर काफी उत्साह है। दो साल कोरोना के कारण दुर्गा पूजा महोत्सव नहीं हुआ था, इसलिए इस बार लोग महोत्सव को भव्य और ऐतिहासिक रूप देने में लगे है।
अयोध्या में फिल्मी रामलीला के साथ ही राम नगरी में 309 स्थानों पर रामलीला का मंचन होगा। मंचन की तैयारियों अंतिम दौर में चल रही है। लक्ष्मणघाट में आयोजित रामलीला में फिल्मी जगत के नेता और अभिनेत्री रामलीला का मंचन करेंगे।
प्राय: नाका चुंगी व चौक की प्रतिमाएं व पंडाल विशेष आकर्षण का केंद्र रही हैं। इस बार भी इन सभी स्थलों पर प्रतिमाएं स्थापित करने के लिए पंडाल निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। मुख्य रूप से बंगाल, बिहार, बंगाल, झारखंड के कुशल कारीगर दिन-रात मेहनत करके पंडाल को भव्यता प्रदान करने में लीन हैं। इन स्थलों पर पंडाल की भव्यता को लेकर प्रतिस्पर्धा भी देखी जा रही है।
शहर के चौक, फतेहगंज, दिल्ली दरवाजा, मकबरा, रिकाबगंज, नाका हनुमानगढ़ी, नाका चुंगी, अमानीगंज, देवकाली, अयोध्या में प्रमुख जगहों पर भव्य व आकर्षक पंडाल बनाए जा रहे है। जहां प्रतिमाओं की स्थापना होगी|