अयोध्या में रामभक्त जानेंगे श्रवण धाम का महत्व।
अंबेडकरनगर।
अम्बेडकर नगर जिले में भगवान श्रीराम के अवतरण की नींव तथा मातृ-पितृ भक्ति के आस्था के केंद्र के रूप में स्थापित श्रवण धाम का महत्व अब अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं को बताया जाएगा। इसके लिए श्रीराम नगरी में जिला प्रशासन पर्यटन विभाग के सहयोग से एक कार्यालय शुरू करेगा, जहां श्रवण धाम के साथ जिले के अन्य धार्मिक स्थलों से जुड़ी जानकारियां मुहैया कराई जाएंगी।
विकासखंड कटेहरी की ग्राम पंचायत चिउंटीपारा स्थित मड़हा और बिसुही नदी के मिलन से तमसा नदी का उद्गम होता है। इसके तट पर स्थित पौराणिक श्रवण धाम में लाखों लोगों की आस्था है। पौराणिक मान्यता है कि यही वह स्थल है, जहां अयोध्या के राजा दशरथ ने शिकार के समय शब्दभेदी बाण से प्रहार किया था, जो श्रवण कुमार को जा लगा था। पुत्र वियोग में उनके नेत्रहीन माता-पिता ने राजा दशरथ को पुत्र वियोग का श्राप देकर संगम के इस घाट पर प्राण त्याग दिया था। धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक यही घटना भगवान श्रीराम के अवतरण की नींव रही है। अयोध्या में श्रीरामलला के विराजमान होने के साथ ही श्रवण धाम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी खजाना खोल दिया था। इसे अब विस्तार देते हुए अयोध्या में जिला प्रशासन जल्द ही एक कार्यालय शुरू करेगा, जहां देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को श्रवण धाम का महत्व तस्वीर और इतिहास के माध्यम से बताया जाएगा। साथ ही ट्रैवल एजेंट्स के माध्यम से श्रद्धालुओं को यहां के दर्शन करने का पुण्यलाभ प्राप्त कराया जाएगा। श्रद्धालुओं और पर्यटकों को यहां आकर भव्यता का अहसास हो सके, इसके लिए तमाम कार्ययोजनाओं को धरातल पर उतारा जा चुका है।
श्रावण धाम का विकास करने के लिए यूपी प्रोजेक्ट कॉरपोरेशन की ओर से चार करोड़ रुपये का डीपीआर तैयार किया गया है। इसके तहत नदी के घाट को विकसित किया जाएगा। श्रद्धालुओं ठहरने के लिए इंतजाम किए जाएंगे। धाम तक पहुंचने के लिए सड़क, आकर्षक पुल, पार्क, पेयजल, शौचालय व अन्य विकास कार्य कराए जाएंगे। जल्द स्थापित होगी 50 फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा श्रवण धाम में गत वर्ष 25 फीट ऊंची श्रीरामलला की प्रतिमा स्थापित कराई गई थी। अब यहां 50 फिट ऊंची हनुमान प्रतिमा स्थापित होगी, जिनके कंधों पर भगवान श्रीराम व लक्ष्मण विराजमान होंगे।
श्रवण धाम का महत्व अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को पता चल सके, इसके लिए शीघ्र कार्यालय शुरू किया जाएगा। श्रवण धाम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए चार करोड़ की कार्ययोजना तैयार हो गई है, जल्द ही इस पर कार्य शुरू होगा।
अविनाश सिंह, जिलाधिकारी