307104309 828188954853501 4807774884210677986 n - अयोध्या के घाट पर रोजाना गूंजेंगे सांस्कृतिक भजनों के सुर, सिंगर अनूप जलोटा कार्यक्रम का करेंगे शुभारंभ

अयोध्या के घाट पर रोजाना गूंजेंगे सांस्कृतिक भजनों के सुर, सिंगर अनूप जलोटा कार्यक्रम का करेंगे शुभारंभ

अयोध्या उत्तर प्रदेश

अयोध्या के घाट पर रोजाना गूंजेंगे सांस्कृतिक भजनों के सुर, सिंगर अनूप जलोटा कार्यक्रम का करेंगे शुभारंभ|

307104309 828188954853501 4807774884210677986 n - अयोध्या के घाट पर रोजाना गूंजेंगे सांस्कृतिक भजनों के सुर, सिंगर अनूप जलोटा कार्यक्रम का करेंगे शुभारंभ

अयोध्या|

श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में सरयू के गुप्तारघाट तट पर रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम, योग सत्र के साथ पूजन-अनुष्ठान के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। सुप्रसिद्ध भजन गायक अनूप जलोटा छह अक्टूबर को कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे।
श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी पहल की गई है। जिसके तहत अयोध्या के घाट पर रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम और योग के सत्र के साथ-साथ पूजन.अनुष्ठान के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। ये सभी कार्यक्रम परियोजना अनेश शीर्ष संस्कृति कर्मियों से संरक्षित-सेवित संगठन ओंकारम की ओर से प्रस्तावित किए जाएंगे। जिसकी शुरुआत रामनगरी में ही सरयू के गुप्तारघाट तट से की जाएगी। वहीं सुप्रसिद्ध भजन गायक अनूप जलोटा छह अक्टूबर को कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। दरअसल, अनूप जलोटा की कार्यक्रम में उपस्थिति अतिथि के तौर पर न होकर इस अभियान के प्रेरक व संरक्षक के तौर पर होगी।
बता दें कि ओंकारम वस्तुतः देश के शीर्ष संस्कृति कर्मियों और शास्त्रीय संगीतज्ञों का एक समूह है, जो सांस्कृतिक गौरव बोध के साथ इस अभियान को गति देने में लगा हुआ है। इस समूह में मशहूर सिंगर सोनू निगम समेत संगीत के क्षितिज पर शर्मा बंधु के नाम से विख्यात उज्जैन के राजीव, मुकेश, अखिलेश और मिथिलेश शर्मा, मुंबई की स्वर्णिमा गुसाईं जैसे कई सितारे शामिल हैं। अभियान के आरंभ की भावभूमि तैयार करने गुरुवार को रामनगरी पहुंचे संगीतज्ञ नबरुन चटर्जी ओंकारम का उद्देश्य स्पष्ट करने के लिए संगठन के स्टेटस की ओर इशारा करते हुए दोहराते हैं, हमारी संस्कृति-हमारा गौरव।
अयोध्या के घाट समेत ये सांस्कृतिक कार्यक्रम गोरखपुर स्थित राप्ती नदी के तट पर भी होगा। इसके अलावा प्रयागराज स्थित संगम, लखनऊ स्थित गोमती, कानपुर स्थित गंगा और गढ़ मुक्तेश्वर में भी गंगा के घाट आप्लावित होंगे। इन शहरों में नियत घाटों पर प्रस्तुति के लिए ओंकारम को प्रदेश सरकार की अनुमति भी मिल गई है। नदी के घाटों पर योग सत्र से शुरू होने वाला कार्यक्रम सुबह और शाम दोनों समय पर नदियों के पूजन-अर्चन के साथ शुरू होगा। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी संयोजित की जाएंगी। साथ ही संगीत का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

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