अयोध्या का प्राचीन स्थल जनौरा में जलभराव से डुब रहा अस्तित्व, नाराज लोगों ने किया प्रदर्शन|
अयोध्या|
राम नगरी अयोध्या को उसकी प्राचीन और ऐतिहासिक स्वरूप को दिलाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है लेकिन सरकार के सभी प्रयास के दावे झूठे साबित हो रहे हैं क्योंकि अयोध्या के प्राचीन और ऐतिहासिक स्थलों की दुर्दशा दिखाई दे रही है इस पर ना ही कोई जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहा है ना ही प्रशासन आवश्यक कार्रवाई कर रहा है।
दरअसल मामला अयोध्या के जनौरा क्षेत्र का है जिसके बारे में मान्यता है कि त्रेता युग में जब राजा जनक माता-पिता से मिलने अयोध्या पहुंचे तो उसी स्थान पर प्रवास किया था लेकिन आज इस क्षेत्र की भारी दुर्दशा देखने को मिली है। अयोध्या में कुछ दिन पहले भारी बारिश हुई थी। वही इस बारिश से जलभराव हो गया है।औऱ आने जाने वालों को भारी दिक्कत हो रही है तो वहीं बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैंं। नगर निगम की उदासीनता को देखते हुए स्थानीय नागरिकों ने आज धरना प्रदर्शन किया।
स्थानीय पार्षद राकेश सिंह ने बताया कि पिछले कई वर्षों से नगर निगम से मांग की जा रही है कि नाला बनवाकर सड़कें ऊंची कराई जाए ताकि बरसात में पानी का बहाव शुगम हो सके लेकिन नगर निगम अनसुना कर रहा है। धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे अपर नगर आयुक्त शशिभूषण राय ने कहा कि जल्द से जल्द एक स्टीमेट बनाकर राज्य सरकार को इस समस्या के समाधान के लिए भेजा जाएगा और धन अवमुक्त होने के बाद काम शुरू हो जाएगा।पानी के निकास के लिए तुरंत में पंप लगाकर पानी निकालने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय लोग का कहना हैं कि यह वही जगह है जहां पर राजा जनक ने प्रवास किया था। पहले इसका नाम जनकौरा था बाद में जनौरा हो गया।