अम्बेडकरनगर रात के अंधेरे में खोल दिए गए दो करोड़ के टेंडर।
अंबेडकरनगर।
अंबेडकरनगर सेवानिवृत्त होने के चार घंटे बाद रात के अंधेरे में दो करोड़ रुपये से अधिक के कार्यों का टेंडर खोल दिया गया। शिकायत सामने आने पर जिला प्रशासन ने इसे अत्यंत गंभीरता से लेते हुए टेंडर से जुड़ी पूरी पत्रावली तलब कर ली है। बुधवार को इसे लेकर घंटों जांच का दौर चला, जो बृहस्पतिवार को भी जारी रहेगा। माना जा रहा है कि इस मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है। जलालपुर नगर पालिका परिषद ने बीते दिनों 364 बिजली पोल लगाने तथा एक झील का सुंदरीकरण कराने का टेंडर किया था। अलग अलग कारणों से यह टेंडर दो बार स्थगित कर दिए गए। इस बीच टेंडर को लेकर कई तरह के आरोप प्रत्यारोप सामने आते रहे। एक लिपिक का निलंबन कर देने फिर आनन-फानन उसे बहाल करने का घटनाक्रम इसी से जुड़ा रहा।
नगर पालिका परिषद अध्यक्ष ने पूर्व में अधिशासी अधिकारी पर मनमाने ढंग से काम करने का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत भी कई स्तरों पर की गई। इस बीच आदर्श आचार संहिता लागू होने के चलते टेंडर ओपन नहीं हो पाया। अब 30 अप्रैल को अधिशासी अधिकारी यदुनाथ सेवानिवृत्त हो गए। शाम को उन्हें विदाई भी दे दी गई। अब डीएम से कुछ लोगों ने शिकायत की है है कि सेवानिवृत्त होने के बाद रात 9 बजकर 21 मिनट पर अवैध ढंग से टेंडर खोल दिए गए। आरोप लगाया गया कि एक खास फर्म को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया। कई अन्य फर्म को जानबूझकर बाहर कर दिया गया। कई तरह की मनमानी टेंडर में की गई है। इन्हीं सब को छिपाने लिए आनन-फानन नियम विरुद्ध ढंग से यह सब किया गया।
उधर रिटायर हुए ईओ का कहना है कि कोई टेंडर ही नहीं खोला गया है। हालांकि नियमानुसार आचार संहिता के पहले आमंत्रित किए गए टेंडर खोले जा सकते थे, लेकिन इसके बावजूद मैंने ऐसा नहीं किया।
इस बीच शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने पूरी पत्रावली कलेक्ट्रेट तलब कर ली है। सेवानिवृत्त हुए ईओ को कलेक्ट्रेट बुलाया गया। एडीएम, एसडीएम व कोषाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों ने पूरे मामले में गहन छानबीन की। खबर है कि प्रशासन इस पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। हालांकि डीएम अविनाश सिंह ने देर शाम बताया कि गंभीर किस्म के आरोप सामने आए हैं। इनकी विधिवत जांच कराई जा रही है। मामला सच पाया गया तो अत्यंत कठोरतम कार्रवाई होगी।